मुम्बई| बीते सीजन की उपविजेता दिल्ली कैपिटल्स शनिवार को यहां वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए आईपीएल के 14वें सीजन के अपने पहले मुकाबले में तीन बार के चैम्पियन और बीते सीजन में पहली बार प्लेऑफ तक भी नहीं पहुंच पाने वाली चेन्नई सुपर किग्स को 7 विकेट से हरा दिया। दिल्ली के नवनियुक्त कप्तान ऋषभ पंत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। उनकी टीम उनके गुरू रहे महेंद्र सिंह धोनी की सुपर किंग्स को 188 रनों पर रोकने में सफल रही और फिर शिखर धवन (85 रन, 54 गेंद,10 चौके, 2 छक्के) तथा पृथ्वी शॉ (72 रन, 38 गेंद, 9 चौके, 3 छक्के) के बीच पहले विकेट के लिए हुई 138 रनों की साझेदारी के दम पर जीत दर्ज की।
दिल्ली की टीम के लिए उसके सलामी बल्लेबाजों ने 2016 के बाद पहली बार शतकीय साझेदारी की। इससे पहले राजकोट में गुजरात लायंस के खित्तफ क्विंटन डी कॉक और पंत ने पहले विकेट के लिए 115 रन जोड़े थे।
यही नहीं, यह साल 2015 के बाद पहला मौका है जब दिल्ली के दोनों ओपनरों ने एक ही पारी में पचासा लगाया है। इससे पहले मयंक अग्रवाल और श्रेयस अय्यर ने किंग्स इलेवन पंजाब (अब पंजाब किंग्स) के खिलाफ यह कारनामा किया था।
यहां बताना जरूरी है कि धवन जब 77 रन पर पहुंचे तब वह सुपर किंग्स के खिलाफ सबेस अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए। धवन ने अब तक 910 रन बनाए हैं। वह आरसीबी के कप्तान विराट कोहली (901) से आगे निकल गए हैं।
धवन का विकेट 167 के कुल योग पर गिरा जबकि शॉ 138 के कुल योग पर पवेलियन लौटे थे। तीसरे विकेट के तौर पर मार्कस स्टोइनिस (14) 186 के कुल योग पर आउट हुए। कप्तान पंत 8 गेंद शेष रहते टीम को जीत दिलाकर 15 रनों पर नाबाद लौटे। पंत ने 12 गेंदों का सामना कर दो चौके लगाए।
इससे पहले, टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी चेन्नई ने बाएं हाथ के धुरंधर बल्लेबाज सुरैश रैना (54) के अर्धशतक तथा सैम करेन (15 गेंदों पर 34 रन) और रवींद्र जडेजा (17 गेंदों पर नाबाद 26 रन) की विस्फोटक पारी के दम पर दिल्ली कैपिटल्स को 189 रनों का लक्ष्य दिया।
चेन्नई ने इस मुकाबले में टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए रैना के 36 गेंदों पर तीन चौकों और चार छक्कों की मदद से 54 रन तथा जडेजा और करेन के बीच अंत में सातवें विकेट के लिए 27 गेंदों पर 51 रनों की साझेदारी की बदौलत 20 ओवर में सात विकेट पर 188 रन बनाए।
दिल्ली की ओर से आवेश खान और क्रिस वोक्स ने दो-दो विकेट लिए जबकि रविचंद्रन अश्विन और टॉम करेन ने एक-एक विकेट लिया।
चेन्नई की शुरूआत खराब रही और उसने फाफ डू प्लेसिस का विकेट कुल सात रन के स्कोर पर गंवा दिया। डू प्लेसिस तीन गेंदें खेले खाता खोले बिना आउट हुए। इसके कुछ समय बाद ही टीम के इसी स्कोर पर रुतुराज गायकवाड़ अपना विकेट गंवा बैठे। उन्होंने आठ गेंदों पर एक चौके की मदद से पांच रन बनाए।
शुरूआती झटकों के बाद मोइन अली और रैना ने पारी को संभालने की कोशिश की और दोनों बल्लेबाजों के बीच तीसरे विकेट के लिए 53 रनों की साझेदारी हुई। हालांकि मोइन अश्विन की गेंद पर शिखर धवन को कैच थमाकर आउट हो गए। मोइन ने 24 गेंदों पर चार चौकों और दो छक्कों की मदद से 36 रन बनाए।
यह साझेदारी टूटने के बाद अंबाटी रायुडू और रैना ने चौथे विकेट के लिए 63 रन जोड़े लेकिन रायुडू 16 गेंदों पर एक चौके और दो छक्कों की मदद से 23 रन बनाकर चौथे बल्लेबाज के रूप में आउट हुए।
रैना ने इसके बाद अपना अर्धशतक पूरा किया लेकिन वह रन आउट होकर पवेलियन लौट गए। रैना के आउट होने के तुरंत बाद कप्तान महेंद्र सिंह धोनी खाता खोले बिना आवेश की गेंद पर बोल्ड हो गए। धोनी लंबे समय बाद मैदान पर उतरे थे लेकिन इस सीजन के पहले मैच वह बल्ले से करिश्मा नहीं दिखा सके।
अंत के ओवरों में जडेजा और करेन ने ताबड़तोड़ पारियां खेली और टीम को सुखद स्थिति तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। जडेजा चोटिल होने के बाद पहली बार मैदान पर उतरे और उन्होंने बल्ले से अपना जल्वा बिखेरा। करेन ने अपनी पारी में चार चौके और दो छक्के जड़े जबकि जडेजा ने 17 गेंदों की अपनी पारी में तीन चौके लगाए।