अहमदाबाद। ऑस्ट्रेलिया के स्टार ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल ने कहा कि उन्हें और उनके देश के अन्य क्रिकेटरों को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के बाद भारत, न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के खिलाड़ियों को ले जाने वाले विशेष विमान से ब्रिटेन जाने में कोई दिक्कत नहीं होगी। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस पर सहमित व्यक्त की कि मई के आखिरी सप्ताह में अंतरराष्ट्रीय यात्रा दिशानिर्देशों को देखने के बाद इस विकल्प पर विचार किया जा सकता है।
भारत में कोविड-19 के मामले बढ़ने के कारण भारत से आस्ट्रेलिया के लिये सभी व्यावसायिक उड़ानें बंद कर दी गयी हैं। मैक्सवेल ने ‘द फाइनल वर्ड पॉडकॉस्ट’ से कहा,‘‘हम केवल स्वदेश जाने का रास्ता ढूंढना चाहते हैं। बीसीसीआई और दोनों सरकारें समाधान निकालने के लिये काम कर सकती है। यदि हमें थोड़ा इंतजार करना होगा तो ऐसा हो सकता है लेकिन किसी चरण में स्वदेश लौटने का रास्ता तो स्पष्ट होना चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भारत और इंग्लैंड को इंग्लैंड में श्रृंखला खेलनी है। स्थिति बद से बदतर भी होती है तो हमें इंग्लैंड में इंतजार करना होगा और विशेष विमान से भारत से बाहर जाना होगा। मुझे पूरा विश्वास है कि इससे अधिकतर खिलाड़ी सहमत होंगे।’’
भारत और न्यूजीलैंड के बीच 18 जून से विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेला जाएगा और इसके लिये उन्हें आईपीएल के बाद इंग्लैंड जाना होगा। इंग्लैंड के खिलाड़ी उसी उड़ान से स्वदेश लौट सकते हैं। बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने कहा कि इस विकल्प पर विचार किया जा सकता है क्योंकि बोर्ड विदेशी खिलाड़ियों की सुरक्षित घर वापसी के लिये कई विकल्पों पर विचार कर रहा है।
धूमल ने कहा, ‘‘इंग्लैंड की यात्रा करके वहां से ऑस्ट्रेलिया जाने के विकल्प पर विचार किया जा सकता है। कई तरह के विकल्प हैं और बीसीसीआई निश्चित तौर पर सबसे सुरक्षित विकल्प को चुनने की कोशिश करेगा जिसमें खिलाड़ियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा से समझौता नहीं होगा।’’
मैक्सवेल ने कहा कि आईपीएल समाप्त होने के बाद जैव सुरक्षित वातावरण (बायो बबल) समाप्त हो जाएगा और वे सुरक्षित मार्ग से स्वदेश लौटना चाहेंगे। आस्ट्रेलिया के तीन खिलाड़ी आईपीएल से हट गये हैं लेकिन अब भी उसके 14 खिलाड़ी इसमें भाग ले रहे हैं।
मैक्सवेल ने कहा, ‘‘एक बार आईपीएल समाप्त होने के बाद बायो बबल भी टूट सकता है और ऐसे में आप यहां नहीं रहना चाहोगे। हमें सबसे सुरक्षित मार्ग तलाशना होगा। ’’