भारतीय सीमित ओवर टीम के उप-कप्तान रोहित शर्मा को देखा गया है कि जब वह कप्तान कर रहे होते हैं तो अकसर युवा खिलाड़ियों का प्रोत्साहन बढ़ाने के लिए वह उन्हें मौका देते हैं। यह चीज उनके अंदर आईपीएल में भी कई बार देखने को मिलती है। ऐसे ही एक बार आईपीएल में उन्होंने टीम इंडिया के स्पिनर युजवेंद्र चहल पर भरोसा जताकर उन्हें प्लेइंग इलेवन में मौका दिया था। उस दौरान मुंबई इंडियंस की टीम में हरभजन सिंह और प्रज्ञान ओझा जैसे अनुभवी स्पिनर मौजूद थे।
चहल ने अपने आईपीएल डेब्यू को याद करते हुए ईएसपीएनक्रिकइन्फो से कहा "मुंबई इंडियंस के कप्तान बनने के बाद रोहित शर्मा मेरे पास आए और कहा कि मैं अगला मैच खेल रहा हूं। मैंने उनसे कहा कि मेरे अलावा टीम में दो और स्पिनर हैं। तब उन्होंने कहा मैं अब कप्तान हूं और तुम खेल रहे हो। उन्होंने मेरी चैंपियंस लीग टी20 में परफॉर्मेंस देखकर भरोस जताया। वह मुझे किसी भी हालत में खिलाना चाहते थे।"
बता दें, मुंबई इंडियंस ने युजवेंद्र चहल को 2011 में अपनी टीम में शामिल किया था, लेकिन टीम में अनुभवी स्पिनर होने के कारण उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला था। कोलकाता के खिलाफ 2013 में चहल ने आईपीएल का पहला मैच खेल था और उस मैच में चहल ने बिना विकेट लिए 4 ओवर में 34 रन खर्चे थे। चहल ने मुंबई इंडियंस के लिए आईपीएल से पहले चैंपियंस लीग 20 में खेला।
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उस लीग के बारे में बात करते हुए चहल ने कहा "जब मैं एमआई से जुड़ा तो मुझे मिलाकर टीम में तीन स्पिनर थे। उस साल चैंपियंस लीग टी20 में हमारी टीम में 13 खिलाड़ी ही थी, बाकी सब चोटिल थे। तब मुझे लगा कि मुझे खेलने का मौका मिल सकता है और मुझे मिला भी।"
चहल ने आगे कहा "शुरुआत में मेरे ऊपर प्रेशर था, लेकिन एक ओवर डालने के बाद मैं सहज महसूस कर रहा था। तब मुझे अहसास हुआ कि टी20 दिमाग से खेलने वाला फॉर्मेट है। अगर आप प्रोफेशनल क्रिकेटर है तो दबाव आपको परेशान नहीं करेगा। हभजन सिंह और प्रज्ञान ओझा ने मेरी काफी मदद की। मैंने नेट्स में उनसे काफी कुछ सीखा और टीम के साथ रहा।"