नई दिल्ली। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर ने आईपीएल के 12 साल के इतिहास में एक भी खिताब अपने नाम नहीं किया है। वह तीन बार आईपीएल के फाइनल में पहुंची है लेकिन चमचमाती आईपीएल ट्रॉफी के करीब तक नहीं। बेंगलोर ने कहोली की कप्तानी में आखिरी बार 2016 में आईपीएल फाइनल खेला था, तब से टीम का हालत हर सीजन बुरी ही होती गई है।
कोहली के अलावा एबी डिविलियर्स जैसा स्टार होने के बाद भी बेंगलोर का प्रदर्शन निचले स्तर का ही रहा है। इसका एक अहम कारण टीम की कोहली और डिविलियर्स पर अति निर्भरता है।
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इस सीजन कोहली चाहेंगे कि ऐसा न हो और एक सही संयोजन टीम को मिल सके जो हर स्थिति में टीम को जीत दिला सके।
इस सीजन बेंगलोर ने कुछ और बड़े नाम शामिल किए हैं जो कोहली और डिविलयर्स पर से भार हटा सकते हैं और इनमें से एक नाम है एरॉन फिंच।
ऑस्ट्रेलिया की सीमित ओवरों की टीम के कप्तान फिंच टी-20 के खतरनाक बल्लेबाजों में गिने जाते हैं। उनके आने से टीम को कोहली और डिविलियर्स के अलावा एक और मजबूत बल्लेबाज मिलेगा।
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वहीं बिग बैश लीग (बीबीएल) में सिडनी सिक्सर्स के लिए खेलने वाले जोश फिलिपे भी टीम में आए हैं और वो टीम के लिए कारगर साबित हो सकते हैं। कोहली अगर फिंच, डिविलयर्स और फिलिपे तीनों को अंतिम-11 में जगह देते हैं तो फिर उनके पास एक ही विदेशी खिलाड़ी को टीम में शामिल करने का विकल्प होगा और ऐसे में उन्हें गेंदबाजी में डेल स्टेन, क्रिस मौरिस, एडम जाम्पा, इसुरु उदाना में से किसी एक को ही चुनना होगा।
कोहली अगर फिलिपे को बाहर बैठाते हैं तो यह अचरच की बात नहीं होगी।
टीम में जाम्पा तो आए हैं लेकिन उन्हें युजवेंद्र चहल के ऊपर तरजीह दी जाए यह संभव नहीं दिखता है। चहल को कुछ होता है तो ही जाम्पा को मौका मिल सकता है। दोनों एक साथ खेलें, इसकी संभावना न के बराबर है।
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वहीं मध्य क्रम को मजबूत करने और स्पिन की ताकत बढ़ाने के लिए मोइन अली टीम के लिए अहम हैं। यहां भी कोहली को माथापच्ची करनी पड़ेगी कि वो मोइन को किस तरह अंतिम-11 में शामिल करें।
तेज गेंदबाजी में उमेश यादव और नवदीप सैनी पर भी काफी कुछ निर्भर रहेगा।
टीम : विराट कोहली (कप्तान), अब्राहम डिविलियर्स, गुरकीरत मान, देवदूत पडीकल, एरॉन फिंच, युजवेंद्र चहल, मोहम्मद सिराज, उमेश यादव, नवदीप सैनी, केन रिचर्डसन, डेल स्टेन, इसुरु उदाना, मोइन अली, पवन नेगी, शिवम दुबे, वॉशिंगटन सुंदर, क्रिस मौरिस, पवन देशपांडे, पार्थिव पटेल (विकेटकीपर), जोशुआ फिलिपे (विकेटकीपर), शाहबाज अहमद।