इंडियन प्रीमियर लीग का 13वां सीजन संयुक्त अरब अमीरात में खेला जा रहा है जिसमें अभी तक 21 मुकाबले खेले जा चुके हैं और अब 22वां मुकाबला किंग्स इलेवन पंजाब और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में खेला जाएगा। पंजाब को इस सीजन अगर सबसे अनलकी टीम कहा जाए तो गलत नहीं होगा।
पंजाब की टीम ने अभी तक 5 मैच खेले हैं जिसमें उसे 4 में करीबी हार का सामना करना पड़ा है। यही वजह है कि पंजाब पाइंट टेबल में आखिरी पायदान पर बैठी है। सनराइजर्स हैदराबाद की हालत पंजाब से थोड़ी ही बेहतर है। पिछले मैच में हार का सामना करने वाली हैदराबाद की टीम ने 5 में से सिर्फ 2 मुकाबले अपने नाम किए हैं और पाइंट टेबल में छठे स्थान पर मौजूद है।
इस टूर्नामेंट में उतरने से पहले पंजाब की टीम से फैंस को काफी उम्मीदें थी जिसकी सबसे बड़ी वजह थी T20 क्रिकेट के तूफानी बल्लेबाजों का इस टीम में होना। केएल राहुल, क्रिस गेल और ग्लैन मैक्सवेल जैसे खिलाड़ियों से सजी पंजाब की टीम से फैंस काफी उम्मीद लगाए बैठे थे लेकिन IPL सीजन का आगाज होने के साथ ही ये उम्मीदें धराशाई हो गई।
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पंजाब की टीम के लिए सबसे बड़ी मुश्किल उसके खिलाड़ी बन चुके हैं। केएल राहुल और मयंक अग्रवाल के अलावा टीम का कोई और बल्लेबाज रन नहीं बना पा रहा है। हैरानी की बात ये है कि राहुल और मयंक IPL 2020 में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट में टॉप-5 पांच में शामिल है।
टॉप आर्डर जहां पंजाब की टीम की सबसे बड़ी ताकत है तो वहीं, मिडिल और लोअर आर्डर टीम की सबसे बड़ी कमजोरी बनता जा रहा है। करुण नायर, मनदीप सिंह, सरफराज खान, निकोलस पूरन और ग्लैन मैक्सवेल जैसे खिलाड़ी मिडिल आर्डर में टीम को संभालने में अभी तक नाकाम साबित हुए हैं।
शमी और बिश्नोई के कंधों पर गेंदबाजी का भार
पंजाब की टीम के लिए मोहम्मद शमी और रवि बिश्नोई जैसे गेंदबाजों का निरंतर प्रदर्शन राहत देने वाला है। ये दोनों ही गेंदबाज लगभग हर मैच में अपनी छाप छोड़ रहे हैं लेकिन बाकी के गेंदबाजों के साथ न मिलना थोड़ी चिंता की बात है। अगर पंजाब की टीम को इस टूर्नामेंट में प्लेऑफ के लिए क्वॉलिफाई करना है तो सभी खिलाड़ियों को जल्द ही एकजुट होकर प्रदर्शन करना होगा।
SRH के गेंदबाजों की अग्नि परीक्षा
दूसरी तरफ हैदराबाद के लिए भी आगे की राह आसान नहीं है। टूर्नामेंट के बीच हैदराबाद के सबसे अनुभवी गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार टीम का साथ छोड़ चुके हैं जो कप्तान वॉर्नर के लिए चिंता की बात है।
बल्लेबाजी में जॉनी बेयरस्टो, डेविड वार्नर, केन विलियम्सन और मनीष पांडे बल्ले से रन जरुर बना रहे हैं लेकिन मिडिल और लोअर आर्डर में निरंतरता की कमी टीम की कमजोरी जाहिर कर रही है।
गेंदबाजी में भी अभी तक कोई गेंदबाज खासा प्रभावित नहीं कर सका है। भुवी की गैरमौजूदगी में टीम के स्टार स्पिनर राशिद खान और टी नटराजन पर अतिरिक्त जिम्मेदारी का बोझ आ गया है। ऐसे में टीम के लिए पार्ट-टाइम गेंदबाजों के सहयोग की दरकार होगी। पंजाब की तरह हैदराबाद के फैंस भी सभी खिलाड़ियों से एकजुट होकर खेलने की उम्मीद लगाए हुए हैं।
हेड टू हेड
वैसे तो दोनों टीमों के बीच कुल 14 मुकाबले खेले गए हैं जिसमें सनराइजर्स हैदराबाद ने 10 मुकाबले अपने नाम किए हैं। वहीं, पंजाब की टीम सिर्फ 4 मैच जीतने में सफल रही है।
दोनों टीमें इस प्रकार हैं:-
सनराइजर्स हैदराबाद : डेविड वार्नर (कप्तान), अभिषेक शर्मा, बासिल थम्पी, बिली स्टानलेक, जॉनी बेयरस्टो, केन विलियम्सन, मनीष पांडे, मोहम्मद नबी, राशिद खान, संदीप शर्मा, शहबाज नदीम, श्रीवत्स गोस्वामी, सिद्धार्थ कौल, खलील अहमद, टी. नटराजन, विजय शंकर, रिद्धिमान साहा, विराट सिंह, प्रीयम गर्ग, जेसन होल्डर, संदीप बवांका, फाबियान ऐलेन, अब्दुल समद, संजय यादव।
किंग्स इलेवन पंजाब : लोकेश राहुल (कप्तान), मयंक अग्रवाल, करुण नायर, सरफराज खान, ग्लैन मैक्सवेल, निकोलस पूरन, कृष्णप्पा गौतम, क्रिस जोर्डन, शेल्डन कॉटरेल, रवि बिश्नोई, मोहम्मद शमी, मुरुगन अश्विन, अर्शदीप सिंह, क्रिस गेल, मनदीप सिंह, हरडस विजोलेन, दीपक हुड्डा, हरप्रीत ब्ररार, मुजीब उर रहमान, दर्शन नालकंडे, जिम्मी नीशाम, ईशान पोरेल, सिमरन सिंह, जगदीश सुचित, तेजिंदर सिंह।