नई दिल्ली| दिल्ली कैपिटल्स के मुख्य कोच रिकी पोंटिंग द्वारा खिलाड़ियों को खुलकर खेलने की दी गई स्वतंत्रता ने तेज गेंदबाज एनरिक नॉर्टजे को प्रेरित किया और इसलिए वो आईपीएल इतिहास की सबसे तेज गेंद फेंक पाए। यह कहना है टीम के टैलेंट स्काउट टीम के मुखिया विजय दहिया का।
दक्षिण अफ्रीका के नॉर्टजे ने बुधवार को दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में गराजस्थान रॉयल्स के खिलाफ खेले गए मैच में 156.2 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद फेंकी जो आईपीएल इतिहास की सबसे तेज गेंद है।
दहिया ने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से आईएएनएस से बात करते हुए कहा, "एक शब्द जो हमारी टीम में तैरता रहता है वो है स्वतंत्रता। आप लोगों को खुल कर खेलने और मैदान पर जाकर आत्मविश्वास से खेलने की स्वतंत्रता देते हैं।"
भारतीय टीम के पूर्व विकेटकीपर ने कहा, "पहले दिन से, पोंटिंग ने इस बात पर जोर दिया है कि हम अपने बल्लेबाजों और गेंदबाजों को खुलकर खेलने की स्वतंत्रता दें। नॉर्टजे, स्वाभाविक तौर पर तेज डालते हैं। ऐसे कोई निर्देश नहीं हैं कि आप तेज ही डालें। आप हर किसी से तेज डालने की नहीं कह सकते। अगर आपके पास स्वाभाविक तेजी है तो जाहिर सी बात है कि आप डालना ही चाहेंगे।"
अपना पहला आईपीएल खेल रहे नोर्टजे भी यही कर रहे हैं। वह दिल्ली कैपिटल्स में इंग्लैंड के क्रिस वोक्स के लीग से नाम वापस लेने के बाद दिल्ली की टीम में आए थे। वह पिछले साल कोलकाता नाइट राइडर्स में थे लेकिन कंधे की चोट के कारण खेल नहीं सके थे।
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दहिया ने कहा, "जब आप रिप्लेसमेंट लाते हैं तो आप कुछ चीजें देखते हैं। तेजी एक चीज है, लेकिन आप जानते हैं कि वह अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी भी हैं। मैनेजमेंट उन पर नजर बनाए हुए था। हर कोई जानता है कि उनके पास तेजी है। जब आप तेजी की तरफ देखते हैं तो आप पूर्ण तेज गेंदबाज देखते हैं।" नॉर्टजे ने पिछले साल तीनों प्रारूपों में अंतर्राष्ट्रीय पदार्पण किया था। वह अपने देश की मांजसी सुपर लीग (एमएसएल) में केपटाउन ब्लिट्ज के साथ खेलते हुए चमके थे।
यह खिलाड़ी चोटों से जूझता रहा है। वह पहले रग्बी खेलते थे लेकिन 17 साल में चोटिल होने के बाद उन्होंने इस खेल को छोड़ दिया। इसके बाद वह अपने पूरे क्रिकेटर करियर में चोटों से जूझ रहे हैं। इसी कारण वह पिछले साल आईपीएल नहीं खेल पाए थे। दहिया ने कहा कि फिटनेस पर कितना जोर देना है वह खिलाड़ी पर निर्भर करता है। दहिया ने नॉर्टजे की मेहनत की तारीफ की।
दहिया ने कहा, "अच्छी बात यह थी कि कोविड-19 के कारण दिल्ली का शिविर तीन सप्ताह का था, आपको इसमें लय हासिल हो जाती है। नॉर्टजे का काम करने का तरीका शानदार है। यह उनमें आत्मविश्वास लेकर आता है। उन्होंने अच्छा किया है। कोविड के कारण आपको अपनी फिटनेस पर ध्यान देने का मौका मिला। बीते छह महीनों में क्रिकेट नहीं थी इसलिए आपको मजबूती से रिकवर होने के लिए पूरा मौका मिला।"