दुबई। चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने इंडियन प्रीमियर लीग में गुरुवार को यहां कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ करीबी मुकाबले में अंतिम गेंद पर छह विकेट की जीत के बाद कहा कि इस मैच उनकी टीम की सभी योजनाएं सफल रहीं। नाइट राइडर्स ने सलामी बल्लेबाज नितीश राणा की 61 गेंद में 10 चौकों और चार छक्कों की मदद से 87 रन की पारी से पांच विकेट पर 172 रन बनाए।
अंतिम पायदान पर चल रही और प्ले आफ की दौड़ से पहले ही बाहर हो चुकी सुपरकिंग्स की टीम ने इसके जवाब में रुतुराज की 53 गेंद में छह चौकों और दो छक्कों से 72 रन की पारी और अंबाती रायुडू (38) के साथ उनकी दूसरे विकेट की 68 रन की सझेदारी के बाद जडेजा (11 गेंद में नाबाद 31, दो चौके, तीन छक्के) के तूफान से 20 ओवर में चार विकेट पर 178 रन बनाकर जीत दर्ज की।
धोनी ने मैच के बाद पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान कहा, ‘‘मुझे लगता है कि इस मैच में योजनाएं हमारे पक्ष में रहीं। खुशी है कि टॉस का नतीजा हमारे पक्ष में रहा। जडेजा इस सत्र में शानदार बल्लेबाजी कर रहा है। वह हमारी टीम में एकमात्र बल्लेबाज है जो अंतिम ओवरों में रन बनाने की जिम्मेदारी उठा रहा है। मुझे लगता है कि पूरे सत्र के दौरान हमें किसी ऐसे खिलाड़ी की जरूरत थी तो उसका साथ दे।’’ धोनी ने लगातार दूसरा मैन आफ द मैच खिताब जीतने वाले रुतुराज की भी जमकर तारीफ की।
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उन्होंने कहा, ‘‘रुतुराज को हमने नेट्स पर बल्लेबाजी करते देखा था लेकिन इसके बाद वह कोविड-19 पॉजिटिव पाया गया और 20 दिन बाहर हो गया। यह दुर्भाग्यपूर्ण रहा लेकिन वह इस सत्र को याद रखेगा। वह सबसे प्रतिभावान खिलाड़ियों में से एक है। वह हालांकि काफी कम बोलता है जिसके कारण कभी कभी टीम प्रबंधन को खिलाड़ी को परखने में दिक्कत होती है। जब उसने बल्लेबाजी शुरू की तो आप देख सकते हैं कि वह गेंद को उसी तरह हिट कर रहा था जैसे चाहता था और जो उसने योजना बनाई थी।’’
नाइट राइडर्स की ओर से वरूण चक्रवर्ती ने 20 जबकि पैट कमिंस ने 31 रन देकर दो-दो विकेट चटकाए लेकिन अपनी टीम को जीत नहीं दिला सके। नाइट राइडर्स के कप्तान इयोन मोर्गन ने स्वीकार किया कि गेंदबाजों ने सब कुछ झोंक दिया लेकिन टीम को हार से नहीं बचा सके।
मोर्गन ने मैच के बाद कहा, ‘‘टॉस हमारे पक्ष में नहीं रहा। हमारे गेंदबाजों ने अपना सब कुछ झोंक दिया लेकिन कौशल के मामले में कुछ चूक कर गए। हमें इस हार से उबरना होगा। हमारे पास एक विश्व स्तरीय स्पिनर है और दूसरा भारत के लिए खेलने की दहलीज पर है। ये शानदार स्पिनर हैं। मैं गेंदबाजों की गलती नहीं निकाल सकता। नागरकोटी को अंतिम ओवर में बचाव करने के लिए पर्याप्त रन नहीं मिले। अगर 16-17 रन होते तो बेहतर रहता।’’
मोर्गन ने कहा कि उन्हें लगा था कि उनकी टीम का स्कोर पर्याप्त होगा। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगा था कि रन पर्याप्त होंगे। हमें लगा कि हम मैच में बने हुए हैं। संभवत: इस विकेट पर 165 रन प्रतिस्पर्धी स्कोर था अगर विकेट और हालात समान रहते। मुझे लगता है कि आज हमने अच्छी बल्लेबाजी की।’’