दुनियाभर में जानलेवा बन चुकी कोरोना वायरस के कारण इंडियन प्रीमियर लीग 2020 को 15 अप्रैल तक स्थगित कर दिया गया है। स्थगित होने से पहले इस रंगारंग टूर्नामेंट की शुरुआत 29 मार्च से होने वाली थी लेकिन जिस तरह से यह कोरोना वायरस पूरी दुनिया में अपने पांव पसार रहा है उसे देखकर अब यह संशय होने लगा है कि सीजन-13 अपने बदले हुए तारीख से शुरु होगा भी या नहीं।
हालांकि इंडियन प्रीमियर लीग के फ्रेंचाइजी और बीसीसीआई पूरी कोशिश में है कि दुनिया के इस सबसे बड़े क्रिकेट लीग का किसी भी तरह से आयोजन किया जाए, क्योंकि पिछले-12 सीजन से आईपीएल भारतीय क्रिकेट का एक अभिन्न हिस्सा बन चुका है।
साल 2008 से शुरु हुए इस टूर्नामेंट में कई तरह के बदलाव देखने को मिल चुका है लेकिन कुछ बाते ऐसी हैं जो अबतक नहीं बदली है और वहीं इस टूर्नामेंट को बाकियों से अलग बनाती है उनमें से एक है पर्पल कैप।
जी हां, दरअसल आईपीएल में पर्पल कैप का कॉन्सेप्ट गेंदबाजों के लिए शुरु किया था। अक्सर कहा जाता है कि टी-20 क्रिकेट बल्लेबाजों का फॉर्मेट है लेकिन पिछले कुछ सालों में यह धारणा पूरी तरह से बदल गई है। अब फ्रेंचाइजी बल्लेबाजों से कहीं अधिक गेंदबाजों को खरीदने पर बोली लगा रहे हैं और सीजन 13 के नीलामी में भी हमें यही देखने को मिला। टी-20 क्रिकेट में गेंदबाजों के प्रति बदली यही धारणा आईपीएल में पर्पल कैप के कॉन्सेप्ट को सफल बनाती है।
आइए जानते हैं पिछले 12 सीजन में अबतक के पर्पल कैप के विजेता गेंदबाज-
सोहेल तनवीर (2008)
आईपीएल की शुरुआत साल 2008 में हुई थी। इस सीजन में देश-विदेश के सैंकड़ों खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था लेकिन पहले सीजन में जिस गेंदबाज ने अपनी सबसे अधिक चमक बिखेरी थी वे थे पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के सोहेल तनवीर। सोहेल तनवीर ने पहले सीजन में राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलते हुए धमाकेदार गेंदबाजी कर आईपीएल के इतिहास में अपना नाम सुनहरे अक्षरों में दर्ज करा लिया।
बाएं हाथ के मध्यम गति के इस तेज गेंदबाज ने आईपीएल के पहले सीजन में 11 मैच खेलकर सबसे अधिक 22 विकेट अपने नाम किए थे। इस दौरान इनका औसत 12.09 का रहा। पहले सीजन में तनवीर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन मुंबई इंडियंस के खिलाफ 14 रन खर्च 4 विकेट रहा जबकि रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ तनवीर ने 10 रन देकर 3 विकेट हासिल किया था।
आरपी सिंह (2009)
पहले सीजन की अपार सफलता के बाद आईपीएल का दूसरा सीजन और जोरदार रहा। फ्रेंचाइजी और खिलाड़ी पूरे जोश में थे और एक नई ऊर्जा के साथ मैदान पर उतरे। माना जाता है कि उस दौर तक इस टूर्नामेंट में बल्लेबाजों का दबदबा कायम था लेकिन इसके बावजूद गेंदबाजों ने अपनी छाप छोड़ी।
दूसरे सीजन में कोई विदेशी खिलाड़ी ने बल्कि एक भारतीय गेंदबाज ने अपनी चमक बिखेरी और यह गेंदबाज थे आरपी सिंह। आरपी सिंह आईपीएल के दूसरे सीजन में डेक्कन चार्जस के लिए मैदान पर उतरे थे और शुरुआत से उन्होंने अपना दबदबा बना दिया था। आरपी सिंह ने पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करते हुए 23 विकेट के साथ इसका अंत किया। इस दौरान उनका 18.13 रहा।
प्रज्ञान ओझा (2010)
पिछले दो सीजन में तेज गेंदबाजों ने पर्पल कैप पर अपना जमाया था लेकिन आईपीएल के तीसरे सीजन में स्पिन गेंदबाज प्रज्ञान ओझा ने अपना जलवा बिखेरा और तीसरे सीजन में ओझा ने डेक्कन चार्जस के लिए खेलते हुए बाकी सभी टीमों के गेंदबाजों को पीछे छोड़ते हुए उन्होंने 20.42 की औसत से कुल 21 विकेट निकाले और पर्पल कैप का ताज अपने नाम किया।
लसिथ मलिंगा (2011)
आईपीएल का यह चौथा सीजन खेला गया था। इस सीजन में मुंबई इंडियंस के तेज गेंदबाज लसिथ मलिंगा पिछले तीन के सभी रिकॉर्ड को ध्वस्त कर पर्पल कैप अपने नाम किया। मलिंगा ने अपनी आग उगलती गेंदबाजी के दमपर इस सीजन में 13.39 की औसत से कुल 28 विकेट निकाले थे। इस दौरान उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 13 रन खर्च 5 विकेट का था।
मोर्ने मोर्कल (2012)
आईपीएल के पांचवे सीजन में साउथ अफ्रीका मोर्ने मोर्कल ने पर्पल कैप का खिताब अपने नाम किया था। इस सीजन में मोर्कल दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स) के लिए मैदान पर उतरे थे। सीजन पांच में मोर्कल ने शानदार गेंदबाजी का प्रदर्शन करते हुए 18.12 की औसत से कुल 25 विकेट हासिल किए थे।
ड्वेन ब्रावो (2013)
वेस्टइंडीज के मध्यम गति का यह तेज गेंदबाज दुनियाभर के टी-20 लीग में चहेता खिलाड़ी रहा है। ब्रावो अपनी चतुराई भरी गेंदबाजी की बदौलत हमेशा से अपनी टीमों को जीत दिलाते आए हैं। आईपीएल के छठे सीजन में ब्रावो महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए मैदान पर उतरे थे। इस सीजन में उन्होंने लीग में अबतक के सभी सभी रिकॉर्ड को तोड़ दिया था। ब्रावो ने अपनी टीम के लिए टूर्नामेंट के अंत तक कुल 32 विकेट झटके थे। इस दौरान उनका औसत 15.53 का रहा था।
मोहित शर्मा (2014)
आईपीएल के सातवें सीजन में हरियाणा के तेज गेंदबाज ने अपने शानदार प्रदर्शन से रातों-रात सुपरस्टार बन गए। इस सीजन में मोहित चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए मैदान पर उतरे थे। मोहित छठे सीजन में सीएसके के लिए कुल 16 मैचों में 32 विकेट अपने नाम किए और पर्पल कैप पर अपना हक जमाया।
ड्वेन ब्रवो ( 2015)
आईपीएल के 8वें सीजन में चेन्नई सुपरकिंग्स स्टार खिलाड़ी ड्वेन ब्रावो ने एक बार फिर से अपना जलाव बिखेरा और पर्पल कैप अपने नाम किया। ब्रावो इस सीजन में एक बार फिर से शानदार प्रदर्शन करते हुए 16.38 की औसत से कुल 26 विकेट निकाल कर टूर्नामेंट में सबसे पहले स्थान पर रहे और लीग में दूसरी बार पर्पल कैप का ताज हासिल किया।
भुवनेश्वर कुमार (2016)
आईपीएल का यह 9वां सीजन खेला गया था। पिछले 8 सीजन की सफलताओं के बाद टूर्नामेंट का स्तर भी काफी बढ़ चुका था। ऐसे में फैंस की उम्मीदों का बढ़ना भी लाजमी था। आईपीएल के इस सीजन में इस एक ऐसा गेंदबाज उभरकर सामने आए जिसने हर किसी को अपनी स्विंग गेंदबाजी से हैरान कर दिया। यह गेंदबाज कोई और नहीं बल्कि मौजूदा भारतीय टीम के अहम सदस्य भुवनेश्वर कुमार थे। इस सीजन में भुवनेश्वर ने 17 मैचों में 23 विकेट लेकर टॉप पर रहकर पर्पल कैप हासिल किया। भुवनेश्वर की इस दमदार गेंदबाजी की बदौलत ही सनराइजर्स हैदराबाद की टीम इस सीजन में खिताब जीतने कामयाब रही थी।
भुवनेश्वर कुमार (2017)
भुवनेश्वर कुमार ने 9वें सीजन के अपने प्रदर्शन को 10वें सीजन में भी जारी रखा। आईपीएल के इस सीजन में भुवी ने अपने दमदार गेंदबाजी के दमपर पर्पल कैप को हासिल किया। इस सीजन में भुवनेश्वर ने कुल 14 मैच खेले जिसमें उन्होंने 26 विकेट हासिल किए।
एंड्रयू टाय (2018)
आईपीएल के 11वें सीजन में ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज एंड्रयू टाय अपने दमदार गेंदबाजी से सबका ध्यान अपनी ओर खींचा। इस सीजन में टाय किंग्स इलेवन पंजाब के लिए मैदान पर उतरे थे। आईपीएल के इस सीजन में टाय ने अपनी टीम के लिए पूरे टर्नामेंट में कुल 24 विकेट चटका कर पर्पल कैप अपने माथे पर पहना था।
इमरान ताहिर (2019)
आईपीएल सीजन में 12 साउथ अफ्रीका के अनुभवी स्पिन गेंदबाज इमरान ताहिर ने अपनी टीम चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए दमदार गेंदबाजी का प्रदर्शन किया था। उनके बेहतरीन गेंदबाजी के दमपर ही टीम धोनी की कप्तानी वाली सीएसके की टीम ने फाइनल में जगह बनाई थी लेकिन मुंबई इंडियंस के खिलाफ उसे खिताबी हार का सामना करना पड़ा। हालांकि इसके बावजूद इमरान ताहिर ने 17 मैच खेलकर कुल 26 विकेट हासिल किए। इमरान इस सीजन में दो बार अपनी टीम के लिए 4-4 विकेट लिए जबकि आईपीएल के इतिहास में ताहिर किसी एक सीजन में सबसे अधिक विकेट लेने वाले स्पिन गेंदबाज भी बने।