साल 2018 अंडर 19 विश्वकप में टीम इंडिया की तरफ से अपनी तेज रफ्तार गेंद और सटीक लाइन और लेंथ से बल्लेबाजों को पानी पिला देने वाले, राजस्थान के कमलेश नागरकोटी का इंडियन प्रीमीयर लीग में खेलने का इंतजार आखिरकार अब खत्म हो गया है। आईपीएल सीजन के 8वें मैच में कमलेश दो साल बाद केकेआर के लिए पहली बार हैदराबाद के खिलाफ गेंदबाजी करने उतरेंगे। इस तरह वो अपने डेब्यू मैच को यादगार बनाना चाहेंगे।
गौरतलब है कि केकेआर ने उन्हें साल 2018 में 3.5 करोड़ की भारी भरकम रकम देकर खरीदा था लेकिन दुर्भाग्यवश सीजन के शुरू होने से ठीक पहले वह चोटिल हो गए थे। जिसके चलते वो अगले साल आईपीएल 2019 में भी कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए नहीं खेले थे। इसके अलावा वह घरेलू सीजन से भी बाहर थे। उन्होंने अपना आखिरी मैच पिछले साल राजस्थान की तरफ से विजय हजारे ट्रॉफी में खेला था।
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जाहिर है कि पृथ्वी शॉ की कप्तानी वाली साल 2018 अंडर 19 वर्ल्डकप विजेता टीम इंडिया में कमलेश नागरकोटि काफी खतरनाक गेंदबाज थे। जिसके बाद वो चोटिल हुए और अब जाकर उनकी वापसी हुई है। जबकि उनके साथ खेलने वाले पृथ्वी शॉ और शुभमन गिल ने आईपीएल के रास्ते अपने खेल से टीम इंडिया तक का रास्ता तय कर चुके हैं।
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बता दें कि 2 साल तक क्रिकेट के मैदान से दूर रहने वाले कमलेश नागरकोटी इस बार आईपीएल 2020 में बदले हुए एक्शन के साथ के नए जोश और जुनून से 'कोरबो, लोड़बो और जीतबो रे' नक्शे कदम पर खरा उतरना चाहेंगे। जो कि उनकी फ्रेंचाईजी केकेआर की टैग लाइन और थीम सांग हैं। अब केकेआर के लिए अपने पिछले दो सालों का बुरा वक़्त भुलाकर कमलेश मैदान में कोहराम मचाने के लिए जितना उत्साहित हैं उतना ही फैंस भी एक बार फिर से उनकी गेंदबाजी देखने के लिए इंतज़ार कर रहे हैं।