नई दिल्ली| आईपीएल की फ्रेंचाइजियों को मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) सौंप दी गई है और यह साफ कर दिया गया है कि सोशल डिस्टेंसिंग का लीग के 13वें संस्करण में खास ख्याल रखा जाएगा। एक मार्च से टीम के सभी खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ की मेडिकल हिस्ट्री की जांच होगी। साथ ही टीमों को किसी तरह की संयुक्त गतिविधि में शामिल होने की मनाही है, जैसे साथ में खाना खाना।
एसओपी में टीमों को साफ कर दिया है कि जब वह यूएई में पहुंचेगी तो यह सुनिश्चित करना होगा कि किसी भी स्थिति में कोई भी बायो बबल को तोड़े नहीं। इसकी शुरुआत दो कोविड-19 टेस्ट से होगी। आईएएनएस के पास एसओपी की एक प्रति है।
यूएई जाने से पहले सभी भारतीय खिलाड़ियों के दो कोविड-19 टेस्ट होना जरूरी है। यूएई में अपने स्थल पर पहुंचने के बाद अगर किसी को बायो बबल तोड़ते पाया गया तो उसे सजा दी जाएगी। यूएई पहुंचने के बाद पहले, तीसरे और छठे दिन टेस्ट होंगे। इसके बाद टूर्नामेंट के हर पांचवें दिन टेस्ट किया जाएंगे।
आईएएनएस ने पहले ही अपनी रिपोर्ट में बताया था कि टीमें चार्टड विमान के जरिए यूएई जाएंगी और रुकने के लिए होटलों की व्यवस्था पहले ही कर ली गई है। एसओपी में भी कहा गया है कि टीमें चार्टड विमान में जाएं और अलग-अलग होटल बुक करें।
जहां तक परिवारों की बात है तो यह साफ कर दिया गया है कि परिवार फ्रेंचाइजी द्वारा बनाए गए बायो बबल में से बाहर नहीं जाएंगे। साथ ही वह खिलाड़ियों के साथ सफर नहीं कर सकते और ड्रेसिंग रूम में नहीं जा सकते।