शिखर धवन की टी20 प्रारूप में पहली नाबाद शतकीय पारी की मदद से दिल्ली कैपिटल्स ने शनिवार को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 13वें सीजन में शारजाह क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए मैच में चेन्नई सुपर किंग्स को पांच विकेट से हरा दिया। धवन की 167 आईपीएल मैचों के बाद यह पहला शतक है। वहीं, टी-20 प्रारुप में अपने पहले शतक तक पहुंचने के लिए उन्हें 265 पारी खेलनी पड़ी हैं।
शनिवार को हासिल की गई यह उपलब्धि धवन के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि शीर्षक्रम में वह अपनी भूमिका को लेकर हमेशा दुविधा में रहते हैं।
यह भी पढ़ें- कोलकाता में अली खान का स्थान लेंगे टिम सेइफर्ट : रिपोर्ट
दिल्ली कैपिटल्स के कोच रिकी पोंटिंग ने पिछले सीजन में लीग के दौरान कहा था कि धवन को अपने स्ट्राइक रेट को बढ़ाने की जरूरत है क्योंकि पंत एक विस्फोटक बल्लेबाज हैं और वह हमेशा सफल नहीं हो सकते हैं।
इस सीजन में पंत अब चोटिल हो गए हैं और धवन ने पिछले कुछ मैचों से आक्रामक बल्लेबाजी करनी शुरू कर दी है।
धवन ने शनिवार को मैच के बाद कहा, " विकेट धीमी थी और हमारी योजना पहले छह ओवर में आक्रामक बल्लेबाजी की थी। दुर्भाग्य से हमने जल्दी ही दो विकेट गंवा दिए और हमारे लिए शुरुआत थोड़ी धीमी रही। हमें पता था कि हम बड़ा लक्ष्य चेज कर रहे हैं, इसलिए हमें कुछ बाउंड्री लगाने होंगे।"
यह भी पढ़ें- SRH vs KKR : हैदराबाद का टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला, यहां देखें दोनों टीमों की 'Playing XIs'
इस बीच, चेन्नई सुपर किंग्स के कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने कहा, " वह आक्रामक खेल रहे थे। इसलिए वे रन गति को बढ़ाने में सक्षम थे। अगर हम उन्हें जल्दी आउट कर देते तो हम उनके मध्यक्रम के बल्लेबाजों पर दबाव बना सकते थे। और फिर यह मैच थोड़ा अलग होता।"
धवन ने औसत स्कोर के साथ आईपीएल की शुरुआत की थी और पहले छह मैचों में उनका स्ट्राइक रेट 130 से ऊपर का नहीं था। सातवें मैच में उन्होंने मुंबई इंडियंस के खिलाफ 52 गेंदों पर 69 रनों की पारी खेली थी। इसके बाद राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ उन्होंने 33 गेंदों पर 57 रन बनाए थे।
धवन के बचपन के कोच मदन शर्मा ने आईएएनएस से कहा कि धवन का स्वभाविक खेल आक्रामक बल्लेबाजी नहीं है।
शर्मा ने कहा, "वह पहले सेट होना पसंद करते हैं और फिर बड़ा स्कोर करते हैं। शुरुआत से ही आक्रामक खेलना उनका स्वभाविक खेल नहीं है।"