इंडियन प्रीमियर लीग मौजूदा समय में दुनिया की सबसे लोकप्रिय टी-20 लीग है। दुनियाभर के क्रिकेटरों की चाहत होती है कि वह इस लीग में खेले। ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर आईपीएल में ऐसा क्या है जो बाकी टी-20 लीग से यह अलग है, तो इसका जवाब है ढेर सारा पैसा और मिलने वाला एक्सपोजर।
आईपीएल में सिर्फ मैदान पर खेल कर ही पैसा नहीं बनाया जाता है बल्की मैदान से बाहर एक ऐसी दुनिया है जहां इस लीग में खेलने वाले खिलाड़ियों से अथाह पैसा कमाते हैं और यह दुनिया है सट्टेबाजों की। हर साल की तरह इस साल भी सट्टेबाजों को क्रिकेटरों से भी अधिक बेसब्री से इंतजार था कि आईपीएल की शुरुआत हो।
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ऐसे में देश विदेश समेत कई बड़े हाई प्रोफाइल बुकी इस फिराक में थे कि वह मैच फिक्सिंग कर ढेर सारा पैसा कमाएं लेकिन यूएई में हो रहे आईपीएल के 13वें सीजन में उनके मनसूबे पूरे नहीं हो सके।
बीसीसीआई के एंटी करप्शन के चीफ अजीत सिंह का कहना है कि हर साल की तरह इस साल भी बुकी ने मैच फीक्सिंग की पूरी कोशिश की लेकिन उन्हें कामयाबी नहीं मिली।
एनआई से बात करते हुए अजीत सिंह ने कहा, ''बुकी यूएई पहुंचे लेकिन उन्हें मैच फीक्सिंग करने का कोई जरिया नहीं मिला। इस साल का आईपीएल पूरी तरह से फीक्सिंग के साए से बाहर है।''
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उन्होंने कहा, ''मैच फीक्सिंग को रोकने के लिए हम यहां के लोकल पुलिस की मदद ले रहे हैं और वह इसमें हमारा अच्छे से साथ रहे हैं। इसके लिए हम एमिरेट क्रिकेट बोर्ड के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। इसके साथ ही हमारी तीन टीमें दुबई, अबुधाबी और शाहजाह में कड़ी निगरानी बनाए हुए हैं।''
इसके अलावा उन्होंने कहा, ''हम भारत में हो रहे सट्टेबाजी की गतिविधियों पर बारीकी से नजर बनाए हुए हैं। मैं चाहता हूं कि इस तरह की गतिविधि को रोकने के लिए कानून बनाए जाए, जब इसे लेकर कानून नहीं बन जाता इस तरह की चीजों को रोकने में काफी कठिनाई होगी।''
आपको बता दें कि आईपीएल के 13वें सीजन का आयोजन यूएई में किया जा रहा है और अब तक टूर्नामेंट में कुल 12 मैच खेले जा चुके हैं।