कहने को तो रॉयस चैलेंजर्स बैंगलोर के कप्तान हैं। बल्ले से हल्ला बोल रहे हैं। कैच पकड़ने में जी जान लगा दे रहे हैं लेकिन मैदान पर जीत का कोई साथी नहीं। चिन्नास्वामी स्टेडियम में जीत के भरोसों के साथ कप्तान कोहली एक बार फिर उतरे स्टेडियम में बैठे हज़ारों दर्शक बैंगलोर की जीत का जश्न मनाने का इंतजार कर रहे थे लेकिन एक बार फिर कोहली को अपनों से विराट धोखा मिला।
पहले बल्लेबाज़ी करते हुए बैंगलोर ने 175 रन बनाए। कोहली ने एक बार फिर कप्तानी पारी खेलते हुए नाबाद 68 रन बनाए लेकिन 6 विकेट से हार मिली। बीमारी की वजह से एबी डिविलियर्स कोलकाता के खिलाफ नहीं खेले।
स्पिन की मददगार पिच पर विराट को जीत नजर आ रही थी लेकिन खराब फील्डिंग और लापरवाह गेंदबाज़ी ने जीत से नजर चुरा ली। सबसे पहले महज 7 रन पर अश्विन ने लिन का आसान सा कैच छोड़ा। नतीजा लिन ने 62 नाबाद रन बनाकर मैच का रुख बदल दिया। पूरे मैच में कैच छोड़ने का सिलसिला जारी रहा। हालांकि दिनेश कार्तिक का जबरदस्त कैच पकड़कर विराट ने टीम को फिर से सिखाया की आखिर कैच पकड़े कैसे जाते हैं।
वहीं जब रन आउट करने का चांस मिला तो तोहफे में केकेआर को रन दे दिए। मोहम्मद सिराज ने तो वाइड गेंद फेंक फेंककर कोहली की हार पर मुहर लगाने में अपनी तरफ से कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ी। खराब गेंदबाज़ी केकेआर के लिए बोनस साबित हुई।
बैंगलोर और IPL-11 से बाहर जाने की दूरी बेहद कम हो चुकी है। विराट को 7 में सिर्फ 2 जीत मिली है और 4 अंक हैं। ऐसे में कोहली की मुश्किले और भी बढ़ गई है... अब उनको अकेले ही प्लेऑफ की जंग लड़नी होगी क्योंकि इस टीम में विराट का कोई नहीं।