भारतीय क्रिकेट टीम के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने कहा कि वो खेल से संन्यास लेने के बाद पारिवारिक व्यवसाय से जुड़ेंगे। धवन ने एक समारोह में कहा, 'मैं क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद मैं बिजनेस करुंगा।' धवन लंबे समय से रन बना रहे हैं। पिछले एक साल से धवन का बल्ला लगातार आग उगल रहा है और आईपीएल में भी धवन का धमाका जारी है। सनराइजर्स हैदराबाद की टीम में इस बार विस्फोटक बल्लेबाज डेविड वॉर्नर नहीं है। ऐसे में धवन पर टीम को तेज शुरुआत और तेजी से रन बनाने की जिम्मेदारी थी जिसे धवन ने अच्छे से निभाया।
समारोह में श्रीलंका के महान स्पिनर और इंडियन प्रीमियर लीग में सनराइजर्स हैदराबाद के गेंदबाजी कोच मुथैया मुरलीधरन भी मौजूद थे। मुरलीधरन ने कहा कि उनके समय में गेंदबाजी करना आसान होता था क्योंकि तब खेल बल्लेबाजों के ज्यादा पक्ष में नहीं था। मुरलीधरन ने कहा, 'अब खेल काफी आगे बढ़ चुका है। जिस तरह से बल्लेबाज बल्लेबाजी करते हैं, उनके सामने गेंदबाजी करना आसान नहीं है।'
मुरलीधरन ने आगे कहा, 'हमने ज्यादा टी-20 नहीं खेले और टेस्ट क्रिकेट में आज की तरह छक्के नहीं मारते। हमारे समय में गेंदबाजी करना आसान था।' मुरलीधरन ने माना कि 1996 विश्वकप जीतना उनके करियर का सबसे बड़ा क्षण था। मुरली ने आगे कहा, '1996 विश्व कप की जीत को मैं श्रीलंका क्रिकेट की सबसे उपलब्धि मानता हूं। सनराइजर्स के लिए 2016 की आईपीएल ट्रॉफी सबसे बड़ी थी।'