क्रिकेट के खेल में वैसे तो दोस्ती, यारी की कोई जगह नहीं होती। इस खेल में उसी खिलाड़ी को जगह मिलती है जो अच्छा प्रदर्शन करता है। लेकिन एम.एस.धोनी का कहना ही कुछ और है। वो लगातार अपने पक्के दोस्त को मौका दे रहे हैं। भले ही उनका पक्का दोस्त ना तो बल्लेबाजी में चल रहा हो, ना ही उसकी गेंदबाजी खास हो लेकिन इसके बावजूद धोनी उसे टीम का अटूट हिस्सा बनाए हुए हैं। लेकिन ये दोस्ती टीम को तब भारी पड़ गई जब कोलकाता के खिलाफ टीम को मुकाबला हारना पड़ा। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर धोनी अपने दोस्त को लगातार मौका क्यों दे रहे हैं कौन है और कैसे उसने धोनी को मैच हरा दिया। तो हम आपको बता दें कि धोनी का ये दोस्त कोई और नहीं बल्कि रविंद्र जडेजा हैं।
जडेजा नहीं हैं रंग में: धोनी ने जडेजा को अब तक हर मैच में खिलाया है। लेकिन ना तो वो बल्लेबाजी में कुछ कर पा रहे हैं और ना गेंदबाजी में। जडेजा ने 9 मैचों में 14.75 के घटिया औसत से सिर्फ 59 रन बनाए हैं। वहीं, गहेंदबाजी में उन्होंने इतने ही मैचों में 51.33 के औसत से सिर्फ 3 विकेट लिए हैं। साफ है कि जडेजा इस समय टीम पर बोझ नजर आ रहे हैं। लेकिन धोनी से अच्छी दोस्ती के कारण वो लगातार टीम में खेल रहे हैं।
अब हम आपको बताते हैं कि जडेजा ने कैसे कोलकाता के खिलाफ टीम को हराने में कोई कोर-सकर नहीं छोड़ी। जडेजा ने तीनों क्षेत्र बल्लेबाजी, फील्डिंग और गेंदबाजी में घटिया प्रदर्शन किया और जिसकी वजह से चेन्नई को मैच हारना पड़ा। धोनी ने जडेजा को ड्वेन ब्रावो से पहले बल्लेबाजी में उतारा लेकिन उन्होंने टी20 में वनडे की तरह बल्लेबाजी की और 12 गेंदों में सिर्फ 12 रन ही बनाए। इसके बाद धोनी के इस पक्के दोस्त ने फील्डिंग में भी टीम को डुबाया और पारी के दूसरे ओवर में लगातार दो गेंदों पर दो कैच टपकाए। जडेजा ने नरेन को लगातार दो बार जीवनदान दिया और नरेन ने बाद में 32 रनों की पारी खेल डाली।
इसके बाद जडेजा की गेंदबाजी भी बेहद खराब रही जिसका खामियाजा टीम को हार के रूप में भुगतना पड़ा। जडेजा ने 4 ओवरों में 9.75 के इकॉनमी से 39 रन लुटा दिए। जडेजा किसी भी बल्लेबाज पर नकेल नहीं कस पा रहे थे और यही वजह थी की कोलकाता के खिलाड़ी आसानी से रन बनाते रहे। साफ है कि जडेजा ने चेन्नई को हराने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी। हालांकि अब इस दोस्ती पर दरार पड़ सकती है और हो सकता है कि धोनी को मजबूरी में बड़ा फैसला लेना पड़ जाए। कयास लगाए जा रहे हैं कि जडेजा अगर इसी तरह का प्रदर्शन करते रहे तो उन्हें टीम से बाहर भी किया जा सकता है।