महेंद्र सिंह धोनी... कामयाबी का नाम। हार को हराने का जज्बा... कप्तानी में करिश्मे की उम्मीद... लेकिन जैसी ही आपकी नजर मुंबई इंडियंस के कप्तान रोहित शर्मा की तरफ जाएगी तो आपको हार... हताशा...हंगामा ही नजर आएगा।
2017 आईपीएल की चैंपियन टीम... इस सीजन के एक मैच की चैंपियन बनने के लिए हाथ पैर मार रही है और ऐसा हुआ चेन्नई की वजह से। IPL-11 का पहला मैच मुंबई और चेन्नई के बीच हुआ था। जिसमें सुपर किंग्स ने जीत दर्ज की। इस हार का हैंगओवर में इंडियंस पर ऐसा चढ़ा कि अब तक खेले 6 मैचों में मुंबई को सिर्फ 1 जीत मिल सकी और आखिरी मैच में जिस तरह से इंडियंस 87 रन पर लड़खड़ाए कि उनका संभलना मुश्किल ही लग रहा है।
अब जरा मुंबई इंडियंस की प्रैक्टिस देखिए रन हड़ताल से परेशान केरॉन पोलार्ड फॉर्म में आने की कोशिशों में लगे हैं तो हार्दिक पंड्या वाइड गेंद फेंकने का अभ्यास कर रहे हैं। IPL-11 के आगाज से पहले हार्दिक मुंबई इंडियंस की जीत के चांद थे लेकिन इस चांद पर अब ग्रहण लग चुका है। जिसका असर प्रैक्टिस सेशन में भी नजर आने लगा। वहीं आज रोहित की टीम का मुकाबला सिर्फ कप्तान और धमाकेदार धोनी से नहीं है बल्कि रोहित की अग्निपरीक्षा के लिए धोनी कोच भी बन गए हैं।
प्लेऑफ के लिए मुंबई को 8 में से कम से कम 7 मैच जीतने होंगे तो चेन्नई 10 अंकों के साथ टॉप पर है। धोनी का आत्मविश्वास सातवें आसमान पर है। टीम जीत रही है। बल्ला भी गरज रहा है। 6 मैचों में माही 69.66 की औसत से 209 रन जड़ चुके हैं। वहीं रोहित इतने मैचों में सिर्फ 140 रन ही बना सके
जाहिर है आज रोहित को एक नहीं दो दो इम्तिहान देने होंगे। बतौर कप्तान और बतौर बल्लेबाज़ खुद को साबित करना होगा और ये इम्तिहान IPL के हेडमास्टर महेंद्र सिंह धोनी लेंगे और नाकामी का नतीजा गौतम गंभीर के रुप में हर कोई जानता है।