इंडियन प्रीमियर लीग का नया नाम इंडियन परफॉर्मर लीग बनता जा रहा है। जहां रोज कोई नया यंग सुपरस्टार निकलकर आता है और अपनी टीम को जीत दिलाकर ही दम लेता है। भारतीय क्रिकेट की इस नई पौध के हुनर देखकर हर कोई हैरान है। इनका बेखौफ अंदाज़ सामने चाहे बड़े से बड़ा गेंदबाज़ ही क्यों ना हो इनके खेलने के तरीके पर कोई फर्क नहीं पड़ता। इनको आता है सिर्फ और सिर्फ रन बनाना, छक्के लगाना और जीत दिलाना।
दिल्ली के ऋषभ पंत ने 9 पारियों में 180.28 की स्ट्राइक रेट से 375 रन। पृथ्वी शॉ ने 4 पारियों में 166.66 की स्ट्राइक रेट से 140 रन और शुबमन गिल ने 7 पारियों में 137.07 के स्ट्राइक रेट से 122 रन बनाए हैं। लगातार निचले क्रम में बल्लेबाज़ी करने उतर रहे शुबमन गिल को चेन्नई ने केकेआर ने ऊपर बल्लेबाज़ी को भेजा और गिल ने बीच मैदान पर सबका दिल जीत लिया।
शुबमन गिल ने 36 गेंदों पर 6 चौके और 2 छक्के के साथ नाबाद 57 रन बनाए। ये तीनों ही क्रिकेटर अंडर-19 से निकले हैं और इनको हिंदुस्तान की सीनियर क्रिकेट का भविष्य माना जाता है। जिस तरह इनकी बल्लेबाज़ी इस टूर्नामेंट में गेंदबाज़ों की बखियां उधेड़ रही है।
उसको देखकर ये भरोसा अब हर किसी को हो गया है कि भारतीय क्रिकेट इस समय सुरक्षित हाथों में है और जब भी सीनियर क्रिकेट में इनकी जरूरत होगी ये धमाके के लिए हमेशा तैयार खड़े होंगे।