रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू के गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन से किंग्स इलेवन पंजाब की टीम इंडियन प्रीमियर लीग टी20 मैच में 19.2 ओवर में 155 रन पर सिमट गई। सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल ने 47 रन (30 गेंद में दो चौके और चार छक्के) और करूण नायर ने 29 रन (26 गेंद में तीन चौके) की पारियां खेलीं। इन दोनों ने मिलकर चौथे विकेट के लिए 58 रन की भागीदारी निभाई। अंत में कप्तान रविचंद्रन अश्विन ने 33 रन (21 गेंद में तीन चौके और एक छक्का) बनाकर स्कोर में अहम योगदान दिया। उमेश यादव (चार ओवर में 23 रन देकर तीन विकेट) और वाशिंगटन सुंदर (22 रन देकर दो विकेट) ने शानदार गेंदबाजी की और घरेलू टीम के लिए अहम विकेट चटकाए।
बल्लेबाजी का न्यौता मिलने के बाद राहुल और मयंक अग्रवाल (15 रन) की शुरूआत अच्छी रही, दोनों ने पहले विकेट के लिए 32 रन जोड़कर अच्छे स्कोर की उम्मीद जगाई। लेकिन उमेश यादव ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया और एक ओवर में तीन विकेट चटकाकर किंग्स इलेवन पंजाब को करारे झटके दिए। उमेश ने चौथे ओवर की पहली गेंद पर मयंक को आउट कर इस भागीदारी का अंत किया।
इसके बाद आरोन फिंच को पगबाधा आउट किया जो आते ही चलते बने। इसी ओवर की अंतिम गेंद पर उन्होंने युवराज सिंह को बोल्ड कर पंजाब का स्कोर एक विकेट पर 32 रन से तीन विकेट पर 36 रन कर दिया। राहुल एक छोर पर डटे थे, उन्होंने करूण नायर के साथ मिलकर टीम को इन झटकों से उबारने की कोशिश की लेकिन वह 12वें ओवर में वाशिंगटन सुंदर का शिकार बन गए। गेंद राहुल के बल्ले को चूमती हुई थर्ड मैन पर सरफराज खान के हाथों में समा गई।
इसके बाद करूण नायर भी ज्यादा देर तक नहीं टिक सके और अगले ही ओवर में कुलवंत खेजरोलिया (33 रन देकर दो विकेट) की गेंद पर बोल्ड हो गए। अब पंजाब का स्कोर पांच विकेट पर 102 रन था। मार्कस स्टोयनिस, अक्षर पटेल और एंड्र्यू टाई भी जल्द ही पवेलियन लौट गए। अश्विन ने अंत में कुछ अच्छे शाट लगाकर स्कोर में कुछ इजाफा किया। उन्होंने 21 गेंद में तीन चौके और एक गगनचुंबी छक्के से 33 रन बनाए। अगर कप्तान ने ये पारी नहीं खेली होती तो टीम इस सम्मानजनक स्कोर तक नहीं पहुंचती।