नयी दिल्ली: मंगलवार को मुंबई इंडियंस ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर को हराकर IPL में अपनी पहली जीत दर्ज की. मुंबई की ख़राब शुरुआत रही और उसके दो विकेट ज़ीरो पर गिर गए थे लेकिन फिर ओपनर लुइस और कप्तान रोहित शर्मा ने पारी संभाली और स्कोर को 213 तक पहुंचाने में मदद की. बेंगलोर के लिए कप्तान विराट कोहली (नाबाद 92) के अलावा कोई बल्लेबाज़ नहीं चल सका. कोहली टीम इंडिया के सफल कप्तान माने जाते हैं लेकिन कल के मैच पर अगर नज़र डाले तो उन्होंने कई ग़लतियां की जिसका ख़मियाज़ा बेंगलोर को भुगतना पड़ा. उनकी धीमी बल्लेबाज़ी भी हार का एक कारण रही.
क्या कोहली नॉट आउट रहने के लिए खेल रहे थे?
बेंगलोर जी 214 के लक्ष्य का पीछा कर रही थी तब कोहली 13वें ओवर में 111.11 स्ट्राइक रेट से 40 रन बनाकर खेल रहे थे. बाद में कोहली ने कहा कि उस समय तक वह जीत की उम्मीद छोड़ चुके थे क्योंकि कई सारे विकेट गिर गए थे. कोहली ने कहा कि उनकी कोशिश थी कि नेट रन रेट में वह कहीं पिछड़ न जाएं. IPL के इतिहास में चार बार नेट रनरेट की वजह से टीमें अंतिम चार में जगह बनाने से चूकी हैं. कोहली ने शुरुआत तेंज़ी से की थी और 11 गेंदों पर 18 रन बनाए थे लेकिन क्विंटन डिकॉक और डिविलियर्स के जल्दी जल्दी आउट होने की वजह से उन्होंने तेज़ी से रन बनाना बंद कर दिया ताकि बड़े अंतर से हार से बचा जा सके हालंकि अंतिम ओवरों में ज़रुर उन्होंने रनों की रफ़्तार बढ़ाई और अपना स्ट्राइक रेट 148.38 कर लिया. बेंगलोर ने 8 विकेट खोकर 167 रन बनाए और इस तरह वह अंक तालिका में दिल्ली से ऊपर नीचे सातवें नंबर पर है.
रोहित के ख़िलाफ़ चहल को नहीं लगाया गया
रोहित शर्मा का लेग स्पिन के ख़िलाफ़ रिकॉर्ड ख़राब है.टी-20 में लेग स्पिनरों ने रोहित को 22 बार आउट किया है. उनका लेग स्पिनरों के ख़िलाफ़ स्ट्राइक रेट सिर्फ़ 110 है. सवाल ये उठता है कि कोहली ने यबड़वेंद्र चहल को लाने में देरी क्यों की जबकि रोहित पहले ही ओवर में क्रीज़ पर आ गए थे? इसकी एक वजह ये हो सकती है कि दूसरे छोर पर एविन लुइस थे जिनकी लेग स्पिनरों की पिटाई लगाने में महारथ है. कोहली ने चहल को नौवें ओवर में बॉलिंग दी थी.
कोहली ने जैसे ही चहल को बॉल दी रोहित दूसरे छोर पर पहुंच गए और उधर लुइस ने चहल की पहली दल गेंदों पर तीन छक्के लगाए. पिछले कुछ सीज़न से बेंगलोर के सबसे किफ़ायती बॉलर रहे चहल की लइस ने इतनी दुर्गति की कि वह अपना 4 ओवर का कोटा भी पूरा नहीं कर सके.
कोहली का क्रिस वोक्स से भरोसा उठा?
इस मैच में बेंगलोर ने ब्रेंडन मैक्कलम की जगह कोरे एंडरसन को खिलाया ताकि उन्हें छठे बॉलर के रुप में एक विकल्प मिल सके. किसी को उम्मीद नही होगी कि कोहली ने एंडरसन से पूरे 4 ओवर करवाएंगे लेकिन उन्होंने किए. एंडरसन ने 47 रन देकर दो विकेट लिए. हैरानी की बात ये है कि कोहली ने जहां एंडरसन से पूरे ओवर करवाए वहीं क्रिस वोक्स, वाशिंग्टन सुंदर और चहल अपना कोटा पूरा नहीं कर सके. वोक्स ने पॉवरप्ले में दो ओवर किए जिसमें उन्होंने 16 रन दिए. वोक्स को कोहली दोबारा लेकर आए लेकिन 19वें ओवर में. वोक्स बेंगलोर से सबसे महंगे खिलाड़ी हैं जिन्हें 7.4 करोड़ रुपये में ख़रीदा गया है. वोक्स को इतनी देर से, वो भी ऐसे समय बॉलिंग पर लगाना जब मुंबई दूसरे बॉलरों पर तेज़ी से रन बना रही थी, या तो कोहली का ग़लत अनुमान था या फिर कि कोहली का शायद उन पर से भरोसा उठ गया है.
सरफ़राज़ फिर हुए फ़्लॉप
बेंगलोर ने जब 2018 सीज़न के लिए सरफ़राज़ को रिटेन किया तो कापी लोगों को हैरानी हुई थी. कोहली ने कहा भी था कि सरफ़राज़ को अगर बेंगलोर के लिए लगातार खेलना है तो फ़िट होना पड़ेगा. सरफ़राज़ लगातार खेल रहे हैं लेकिन तीन पारियों में उन्होंने मात्र 11 रन बनाए हैं और गेंदें भी ज़ाया की हैं. कोलकता के ख़िलाफ़ उन्होंने 10 गेंदों पर 6 रन बनाए थे जबकि मुंबई के खिलाफ़ उन्होंने पांच रन बनाने के लिए छह बॉस खेलीं.