आईपीएल 2018 के पहले क्वालीफायर में चेन्नई सुपर किंग्स की बेहतरीन शुरुआत रही। टीम के गेंदबाजों ने मैदान पर उतरते ही हल्ला बोलना शुरू कर दिया। गेंदबाजों ने पहले 7 ओवरों में ही टीम के 4 विकेट गिरा दिए और सनराइजर्स हैदराबाद को बैकफुट पर धकेल दिया। मैच में एक ऐसा पल आया जब धोनी ने हर किसी का ध्यान अपनी तरफ खींचा। आंम तौर पर धोनी आंख बंद करके भी स्टंप्स पर गेंद को मार देते हैं। या गेंद को वो अपने दस्तानों से ही दिशा देकर ही बेल्स उड़ा देते हैं। लेकिन हैदराबाद के खिलाफ खेले जा रहे मुकाबले में धोनी आंख खोलकर भी ऐसा नहीं कर सके।
कह सकते हैं कि धोनी के सबसे विश्वसनीय तरीके ने उन्हें धोखा दे दिया। हालांकि इसमें काफी हद तक हरभजन सिंह के थ्रो की भी गलती थी। सबसे पहले आपको मामले की जानकारी देते हैं। हुआ ये था कि हैदराबाद की बल्लेबाजी के दौरान तीसरा ओवर फेंका जा रहा था। दीपक चाहर की तीसरी गेंद को विलियमसन ने फ्लिक किया और तेजी से रन भागने लगे। शॉट पर 2 रन तो तय थे। लेकिन इस बीत दोनों बल्लेबाजों ने तीसरा रन लेने का भी फैसला किया।
तीसरा रन लेना सही फैसला नहीं थी लेकिन इसके बावजूद दोनों मे तीसरा रन लेने की सोची। तीसरा रन लेने के दौरान दोनों बल्लेबाज क्रीज से निकले और गोस्वामी को धोनी वाले छोर पर पहुंचना था। इस दौरान हरभजन ने गेंद को फील्ड किया और थ्रो कर दिया। थ्रो अच्छा था लेकिन थोड़ा ऊपर था। धोनी ने हाथों को उठाकर दस्तानों के जरिए गेंद को स्टंप्स पर मारने की कोशिश की लेकिन वो ऐसा करने में सफल नहीं हो सके और गोस्वामी क्रीज में सुरक्षित पहुंच गए। साफ था कि अगर गेंद स्टंप्स पर लग जाती तो गोस्वामी को पवेलियन लौटना पड़ सकता था।