आईपीएल 2018 के पहले क्वालीफायर मैच में सनराइजर्स हैदराबाद को हराकर चेन्नई सुपर किंग्स ने फाइनल में जगह बना ली। मैच में पहले तो चेन्नई की टीम हावी नजर आ रही थी। लेकिन जब हैदराबाद की टीम ने गेंदबाजी शुरू की तो चेन्नई के बल्लेबाज एक-एक कर पवेलियन लौट गए और मुकाबले में हैदराबाद का पलड़ा भारी नजर आने लगा। लेकिन बाद में फैफ डू प्लेसी ने शानदार पारी खेली और नाबाद अर्धशतक लगाकर अपनी टीम को फाइनल में पहुंचा दिया। इस हार ने हैदराबाद के लिए फाइनल में पहुंचने की मुश्किलों को और ज्यादा बढ़ा दिया है और अब उन्हें एलिमिनेटर जीतने वाली टीम से भिड़ना होगा। अगर हैदराबाद उस मैच को जीतेगी तभी वो फाइनल में पहुंच पाएगी। हालांकि इस मैच को जीतने के लिए चेन्नई को काफी पापड़ बेलने पड़े। एक समय मैच चेन्नई की गिरफ्त से छिनता नजर आ रहा था। हम आपको उन खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे जिन्होंने चेन्नई को हराने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी।
शार्दुल ठाकुर: हार के सबसे बड़े गुनहगार रहे शार्दुल टाखुर। ठाकुर ने मैच में 4 ओवरों में 50 रन लुटा डाले। ठाकुर को सिर्फ 1 विकेट हासिल हुआ। ठाकुर ने उस पिच पर इतने रन दे डाले जो गेंदबाजों के अनुकूल नजर आ रही थी। यही वजह थी कि हैदराबाद ने सम्मानजनक स्कोर खड़ा करा।
शेन वॉटसन: हार के दूसरे सबसे बड़े गुनहगार रहे शेन वॉटसन। वॉटसन से टीम को ढेरों उम्मीदें थीं। लेकिन वॉटसन ने अहम मैच में घटिया प्रदर्शन किया और बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए। वॉटसन पहले विकेट के रूप में आउट हुए।
अंबाती रायडू: अंबाती रायडू भी चेन्नई की हार के गुनहगार रहे। रायडू इस मैच में कुछ भी नहीं कर सके और शून्य पर चलते बने। आईपीएल 2018 में शतक लगाने वाले बल्लेबाज रायडू इस मैच में पहली ही गेंद पर पवेलियन लौट गए और स्कोर में बिना कोई इजाफा किए चलते बने।
एम एस धोनी: टीम के कप्तान एम एस धोनी भी चेन्नई की हार के लिए जिम्मेदार रहे। इसके बाद वो बल्लेबाजी में 11 गेंद खेलकर 7 रन बनाकर आउट हो गए। धोनी वैसे तो पारी को संभालने के लिए जाने जाते हैं लेकिन आज उनका करिश्मा नहीं दिखा और टीम को बीच मझधार छोड़कर चले गए।
रविंद्र जडेजा: कहने को तो रविंद्र जडेजा ऑलराउंडर खिलाड़ी हैं। लेकिन सिर्फ कहने को। गेंदबाजी में आज उन्होंने छाप छोड़ी। लेकिन बल्लेबाजी में वो कुछ भी नहीं कर सके। जडेजा ने 5 गेंदों में सिर्फ 3 रन ही बनाए। जडेजा को धोनी ने टीम में रिटेन करवाया था। माना जा रहा था कि जडेजा अपने ऑलराउंड खेल से टीम को फायदा पहुंचाएंगे लेकिन ऐसा हुआ नहीं और वो महज 3 रन ही बना सके।