आईपीएल इतिहास में पहली बार डीआरएस का इस्तेमाल होने जा रहा है। इससे पहले कभी भी आईपीएल में इसका उपयोग नहीं किया गया लेकिन अब इस सीजन से ये भी आईपीएल का हिस्सा होगा। लेकिन डीआरएस को लागू करने के बाद बीसीसीआई के सामने सवाल ये खड़ा हो रहा था कि डीआरएस का इशारा बिल्कुल वैसा ही है जैसा कि आईपीएल में स्ट्रैटेजिक टाइम आउट का है। डीआरएस के लिए भी अंपायर को हाथ से 'टी' बनाना होता है और आईपीएल में स्ट्रैटेजिक टाइम आउट के लिए भी अंपायरों को यही करना होता है।
ऐसे में बीसीसीआई ने अब स्ट्रैटेजिक टाइम आउट के इशारे का नियम बदल दिया है। अब अगर अंपायरों को स्ट्रैटेजिक टाइम आउट का इशारा करना होगा तो वो हाथ से 'टी' नहीं बल्कि अपने हाथ को उठाकर घड़ी की तरफ देखेंगे। जब अंपायर ऐसा करें तो आप समझ लीजिएगा कि वो स्ट्रैटेजिक टाइम आउट का इशारा कर रहा है। पिछली बार की तरह टाइम आउट एक पारी में 2 और पूरे मैच में 4 बार लिया जा सकेगा। गेंदबाजी टीम इसे छठे से 9वें ओवर के बीच और बल्लेबाजी टीम 13 से 16वें ओवर के बीच ले सकेगी।
आपको बता दें कि सभी अंपायरों और मैच रेफरियों को इसके बारे में बता दिया गया है और नये नियम की जानकारी दे दी गई है। आईपीएल का पहला मैच मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच खेला जाना है। दोनों टीमों का इरादा पहले मैच को जीतकर टूर्नामेंट का आगाज जीत के साथ करने का होगा।