चेन्नई: मैच की स्थिति कैसी भी हो लेकिन धोनी के चेहरे पर शायद ही किसी ने शिकन देखी होगी और यही वजह है कि उन्हें मिस्टर कूल कहा जाता है. लेकिन मंगलवार को कोलकता नाइट राइडर्स पर जीत के बाद चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान धोनी ने अपनी मिस्टर कूल की ईमेज के बारे पहली बार खुलकर बात की.
मैच के बाद धोनी ने मीडिया से मुख़ातिब होते हुए कहा- ''मैं ड्रेसिंग रुम में अपने भावनाओं का इज़हार करता हूं क्योंकि ड्रेसिंग रुम इसीलिए ही होता है. मेरा दिल भी धकधक करता है लेकिन मैं डगआउट में अपनी भावनाओं पर क़ाबू रखता हूं. अगर फील्ड में आप अपनी भावनाएं दिखाएंगे तो कमेंटेटर्स को बोलने के लिए काफी कुछ मिल जाएगा. हर किसी का भावनाओं को व्यक्त करने का अपना स्तर होता है लेकिन डगआउट में हम परिस्थिति विशेष में अपने बल्लेबाज़ या गेंदबाज़ पर भरोसा रखते हैं. पॉज़िटिव एनर्जी से मदद मिलती है.''
ग़ौरतलब है कि मंगलवार को हुए मैच में कोलकता ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 20 ओवर में 202 रन बनाए थे जिसमें आंद्रे रसल की 88 रन की तूफ़ानी पारी का बहुत बड़ा योगदान रहा लेकिन चेन्नई ने इतना बड़ा लक्ष्य पांच विकेट रहते प्राफ्त कर लिया. सैम बिलिंग्स ने शानदार अर्धशतक लगाया. चेन्नई की ये लगातार दूसरी जीत है. इसके पहले उसने मुंबई इंडियंस को हराया था.
धोनी ने कहा कि जिस तरह से मैच हुआ उसके चेन्नई के लोग हक़दार थे. “दो साल के बाद लौटकर जीतना अच्छा लगता है. लोग शानदार पहली और दूसरी पारी देखने के हक़दार थे. सैम को इस तरह बैटिंग करते देखना अच्छा लगा. हां, हमने बहुत रन दिए और कोलकता ने अच्छी बैटिंग की. दोनों तरफ के बॉलर्स की पिटाई हुई लेकिन मुझे यक़ीन है कि लोगों को बहुत मज़ा आया होगा.”