अकसर एम एस धोनी पर आलोचक निशाना लगाते रहते हैं कि वो बेहद धीमी बल्लेबाजी करते हैं और वो टी20 लायक बल्लेबाज नहीं हैं। धोनी को पिछले कई मैचों से ऐसा सुनने को मिल रहा है। लेकिन धोनी ने आईपीएल 2018 (IPL 2018) में कुछ इस तरह का प्रदर्शन किया है कि आलोचकों की बोलती बंद हो गई है। धोनी की बल्लेबाजी देखकर हर कोई कह रहा है कि धोनी अब पुराने रंग में लौट आए हैं और जो क्रिकेट पंडित उन्हें टी20 लीयक बल्लेबाज नहीं मानते थे उनका कुछ अता-पता भी नहीं है। धोनी आईपीएल 2018 के शुरुआती 5 मैचों में बेहद आक्रामक और शानदार बल्लेबाजी करते नजर आए हैं। धोनी ने मौजूदा सीजन में कुछ उस तरह की बल्लेबाजी की है जैसा वो करियर के शुरुआती दौर में किया करते थे।
धोनी ने मौजूदा सीजन यानि की आईपीएल के 11वें सीजन में अब तक (5, 25, 79*, 5, 25*) का स्कोर किया है। खास बात ये है कि धोनी ने ना सिर्फ ये रन बनाए हैं। बल्कि उन्होंने बेहत कम गेंदों में अच्छे खासे स्ट्राइक रेट के साथ रन बनाए हैं। धोनी ने सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ 5वें मैच में सिर्फ 12 गेंदों में 3 चौके और 1 छक्के की मदद से 25 रन बनाए। वहीं उन्होंने किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ 79 रनों की पारी के लिए महज 44 गेंदें ली थीं। अपनी 79 रनों की पारी में धोनी ने 6 चौके और 5 छक्के ठोके थे।
साफ है कि इस सीजन में धोनी शानदार स्ट्राइक रेट से खेल रहे हैं। धोनी के लिए भी ये बेहद जरूरी है कि वो मैदान पर उतरते ही चौके-छक्के लगाएं। क्योंकि कोई भी मैच खराब होने पर आलोचकों को उन्हें दोबारा निशाना बनाने का मौका मिल जाएगा। क्रिकेट पंडितों ने धोनी पर आरोप लगाए थे कि वो क्रीज पर उतरकर पहले टिकते हैं और जब वो शॉट खेलना शुरू करते हैं तब तक मैच हाथ से निकल चुका होता है। दूसरे शब्दों में कहें तो आलोचकों के मुताबिक धोनी को लंबे-लंबे शॉट खेलने से पहले पिच पर टिकने की जरूरत होती है और टी20 में आपको टिकने का समय नहीं मिलता। हालांकि अब धोनी की बल्लेबाजी ने हर किसी के मुंह पर ताला जड़ दिया है।