आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियंस के बीच खेले गए मुकाबले को चेन्नई को हार का सामना करना पड़ा। इस मैच को हारने के साथ ही चेन्नई को टूर्नामेंट में दूसरी हार झेलनी पड़ी। हालांकि एक समय चेन्नई की टीम पहले बल्लेबाजी के दौरान काफी मजबूत दिख रही थी लेकिन एम एस धोनी ने क्रीज पर उतरकर धीमी बल्लेबाजी की और जिसका खामियाजा टीम को भुगतना पड़ा। धोनी की गलती यही नहीं रुकी उन्होंने पूरे मैच में जमकर गलतियां की और आखिर में वो बन गए टीम की हार के गुनहगार। आइए आपको बताते हैं कि धोनी की गलतियों ने कैसे डुबाई टीम की लुटिया।
क्रीज पर उतरकर की धीमी बल्लेबाजी: धोनी ने हाल के मैचों में शानदार बल्लेबाजी की थी और तेजी से रन बनाए थे। लेकिन मुंबई के खिलाफ क्रीज पर उतरकर धोनी ने बेहद धीमी बल्लेबाजी की और शुरू में गेंदों को खाली निकाला। दूसरे छोर पर धोनी के साथ रैना थे। लेकिन इसके बावजूद धोनी ने ज्यादातर स्ट्राइक अपने पास रखी और रक्षात्मक रवैये से खेलते रहे।
रविंद्र जडेजा को क्यों खिलाया: मौजूदा टूर्नामेंट में अब तक ये समझ से परे रहा है कि धोनी आखिर जडेजा को टीम में क्यों खिला रहे हैँ। जडेजा ने अब तक टूर्नामेंट में सिर्फ एक मौके पर ही अपने कोटे के पूरे 4 ओवर फेंके हैं। इसके अलावा कई मैचों में तो धोनी ने उनसे एक भी ओवर नहीं फिंकवाया। साथ ही जडेजा अब तक बल्लेबाजी में भी कुछ खास नहीं कर सके हैं। ऐसे में जडेजा को ढोने से अच्छा है कि धोनी उनकी जगह किसी बल्लेबाज या फिर गेंदबाज को टीम में जोड़ें।
रणनीति में दिखी कमी: धोनी को वैसे तो रणनीति बनाने में माहिर माना जाता है। लेकिन इस मैच में धोनी की रणनीति में ढेरों खामियां नजर आईं। मुंबई को आखिरी 2 ओवरों में 20 से ज्यादा रन चाहिए थे। ऐसे में आमतौर पर कप्तान 19वां ओवर उस गेंदबाज से फिंकवाता है जो कम से कम रन लुटाए। धोनी के पास आखिरी ओवर में सबसे कम रन खर्च करने वाले गेंदबाज ड्वेन ब्रावो मौजूद थे। लेकिन धोनी ने ब्रावो की जगह शार्दुल ठाकुर को गेंद दे दी और शार्दुल ने अपने ओवर में 17 रन दे दिए।