नयी दिल्ली: IPL-2018 की शुरुआत के पहले चेन्नई सुपर किंग्स के कोच स्टीफ़न फ़्लेमिंग ने कहा था कि वे 30+ खिलाड़ियों पर भरोसा कर रहे हैं क्योंकि उनके पास अनुभव होता है. उन्होंने कहा था. "नये और युवा खिलाड़ी कभी कभार है अपने खेल की छाप छोड़ पाते हैं. लोग इस बारे में बहुत बातें करते हैं लेकिन युवा खिलाड़ी कम ही चमकते हैं."
फ़्लेमिंग एक तरह से सही भी साबित हुए और ग़लत भी. ड्वान ब्रावो ने जहां मैच जिताऊ पारी खेलकर उन्हें सही साबित किया वहीं मुंबई के मयंक मारकण्डे ने उन्हें ग़लत साबित कर दिया. अपना पहला IPL मैच खेल रहे 20 साल के मयंक ने 23 रन देकर 3 विकेट लिए हालंकि उनकी टीम मैच नहीं जीत पाई.
अभी हाल ही तक मयंक भारतीय क्रिकेट में बेनाम बेचेहरा खिलाड़ी थे. जब IPL की नीलामी चल रही थी तब वह धर्मशाला में अंडर-23 खेल रहे थे. उन्हें शाम को पता चला कि मुंबई इंडियंस ने उन्हें बेस प्राइस 20 लाख में ख़रीद लिया. पंजाब के भटिंडा में पैदा हुए मयंक जब 10-11 साल के थे तब वह फ़ास्ट बॉलर बनना चाहते थे. उनकी बॉलिंग में रफ़्तार नहीं थी तो उनके कोच ने उनसे लेग स्पिन करने को कहा.
शनिवार को चेन्नई के ख़िलाफ़ मैच में मयंक ने बड़े-बड़े बल्लेबाज़ों को चकमा दे दिया. इस मैच में मयंक को पावरप्ले ख़त्म होते ही बॉल थमाई गई. उस समय अंबाती रायडू जमकर खेल रहे थे. मयंक ने अपने पहले ओवर की तीसरी बॉल पर गुगली से रायडू को चकमा दे दिया जिसे रायडू बिल्कुल नहीं समझ पाए. रायडू उनकी बॉल को पढ़ नही पाए और स्वीप लगाने की कोशिश में lbw हो गए.
रायडू का विकेट लेने के बाद मयंक ने दो ओवर के बाद कप्तान धोनी को भी चकमा दे दिया. मयंक ने धोनी को भी lbw किया. मयंक ने अपने एक्शन से धोनी को धोखा दिया. धोनी ने उन्हें लेग साइड पर खेलने की कोशिश की लेकिन बॉल पिच होने के बाद बाहर जाने की बजाय अंदर आ गई. धोनी उसी में फंसकर रह गए. मयंक ने इसके बाद चहर का भी विकेट लिया.
मुंबई के चीफ कोच महेला जयवर्दने ने कहा, "उसने बहुत अच्छी बॉलिंग की. उसने हमारे कैंप में हमको प्रभावित किया था, उसे देखते ही लग गया था कि उसमें कुछ ख़ास है."