मुंबई इंडियंस और दिल्ली डेयरडेविल्स के बीच खेले गए मुकाबले में दिल्ली की टीम ने बाजी मार ली। मुकाबला बेहद रोमांचक था और एक बार फिर से मैच आखिरी ओवर तक गया। मुंबई इंडियंस ने दिल्ली के सामने जीत के लिए 196 रनों का लक्ष्य रखा था। दिल्ली की टीम ने इस लक्ष्य को आखिरी ओवर की आखिरी गेंद पर जीत लिया। इस जीत के साथ ही दिल्ली ने टूर्नामेंट में अपनी पहली जीत दर्ज की। दिल्ली की टीम को शुरुआती 2 मैचों में 2 हार मिली थीं और इस लिहाज से टीम के लिए ये मैच जीतना बेहद जरूरी था। दिल्ली की टीम को आखिरी ओवर में जीत के लिए 11 रन की जरूरत थी रॉय ने पहली गेंद पर चौका और दूसरी गेंद पर छक्का जड़कर अपनी टीम की जीत तय कर दी लेकिन फिर ऐसा कुछ हुआ कि कप्तान गंभीर के होश उड़ गए। आइए आपको बताते हैं आखिरी ओवर के रोमांच के बारे में।
19.1: दिल्ली को जीत के लिए 11 रन चाहिए थे। रॉय ने आखिरी ओवर फेंकने आए मुस्ताफिजुर की पहली गेंद को चार रनों के लिए भेज दिया।
19.2: अब दिल्ली को जीत के लिए 5 गेंदों में 7 रन की दरकार थी। मुस्ताफिजुर की इस गेंद पर रॉय ने एक और करारा शाट खेला और गेंद 6 रनों के लिए चली गई। रॉय ने पहली दो गेंदों पर ही अपनी टीम की जीत तय कर दी थी।
19.3: मैच में ट्विस्ट अब शुरू हुआ। मुस्ताफिजुर ने तीसरी गेंद खाली निकाल दी। रॉय इस गेंद को खेलने में पूरी तरह से चूक गए और गेंद पर कोई रन नहीं बना।
19.4: एक बार फिर से रॉय ने बल्ला तो चलाया लेकिन गेंद उनके बल्ले पर नहीं आई। मुस्ताफिजुर ने लगातार 2 गेंदें खाली निकाली और अभी भी दिल्ला की जीत के लिए 2 गेंदों में 1 रन चाहिए थे।
19.5: मुस्ताफिजुर ने लगातार तीसरी गेंद भी खाली निकाली और इस गेंद पर भी कोई रन नहीं बना। अब दिल्ली को जीत के लिए 1 गेंद में 1 रन की दरकार थी। इस गेंद के खाली निकलने के बाद जब कैमरा गंभीर के चेहरे पर गया तो वो नीचे मुंह करके बैठे थे।
19.6: रोहित ने आखिरी गेंद से पहले सारे फील्डरों को बल्लेबाज के पास बुला लिया। मुस्ताफिजुर ने आखिरी गेंद फेंकी और रॉय ने इस गेंद को 30 गज के दायरे के बाहर हवा में खेल दिया। इसके साथ ही दिल्ली ने मुकाबले को जीत लिया और गंभीर की जान में जान आई।