आईपीएल 2018 में बॉलीवुड के किंग खान शाहरुख खान की टीम कोलकाता नाइट राइडर्स शानदार खेल दिखा रही है। टीम के कप्तान दिनेश कार्तिक खिलाड़ियों के सामने उदाहरण पेश कर रहे हैं और टीम प्लेऑफ में पहुंचने के बेहद करीब है। अब जब टीम के मालिक बॉलीवुड के बादशाह हों तो भला केकेआर के खिलाड़ी एक्टिंग से कैसे दूर रह सकते हैं। हाल ही में रेड चिलीज़ एंटरटेनमेंट ने अपने ऑफिशियल ट्विटर पेज पर एक वीडियो पोस्ट किया है जिसमें कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाड़ी अपनी एक्टिंग का जलवा दिखाते नजर आ रहे हैं। इस वीडियो में अलग-अलग खिलाड़ी शाहरुख खान की अलग-अलग फिल्मों के डायलॉग बोलते नजर आ रहे हैं। वीडियो में दिनेश कार्तिक, शिवन मावी, कुलदीप यादव, सुनील नरेन, शुभमन गिल, रॉबिन उथप्पा, क्रिस लिन, पीयूष चावला। आइए आपको बताते हैं कि कौन सा खिलाड़ी शाहरुखान की फिल्म का कौन सा डायलॉग बोलता दिखा।
क्रिस लिन: वीडियो की शुरुआत शाहरुख खान की फिल्म रईस की झलकी के साथ होती है। झलक में शाहरुख बोलते हैं कि बैट्री नहीं बोलने का। इसके बाद क्रिस लिन वो डायलॉग बोलते हैं। यकीन मानिए जिस तरह से लिन हिंदी में डायलॉग बोलते हैं उसे सुनकर आप हंसते-हंसते लोटपोट हो जाएंगे।
सुनील नरेन: इसके बाद बारी आती है सुनील नरेन की। नरेन को शाहरुख की फिल्म चेन्नई एक्सप्रेस का डायलॉग, 'डॉन्ट अंडर रेस्टीमेट द पावर ऑफ कॉमन मैन।' बोलना होता है। नरेन पहली दो बार में डायलॉग नहीं बोल पाते लेकिन किसी तरह वो तीसरी बार में डायलॉग बोलने में कामयाब हो जाते हैं।
पीयूष चावला: फिर वीडियो में शाहरुख खान की फिल्म दिलवाले का डायलॉग, 'हम शरीफ क्या हुए पूरी दुनिया ही बदमाश हो गई।' चलता है और इसे पीयूष चावला को बोलना होता है। चावला एक बार में ही इस डायलॉग को बोल दते हैं।
शिवम मावी-शुभमन गिल: शिवम मावी और शुभमन गिल को फिल्म मैं हूं ना में शाहरुख खान और ज़ायद खान के बालों में हाथ फेरने वाली स्टाइल करनी होती है। दोनों खिलाड़ी जिस तरह से ये स्टाइल करते हैं उसे देखकर आप अपनी हंसी नहीं रोक पाएंगे।
दिनेश कार्तिक: कप्तान कार्तिक को शाहरुख की रईस के डायलॉग के हिसाब से दूसरा डायलॉग बोलना होता है। पहली बार में वो डायलॉग गलत बोलते हैं लेकिन दूसरी बार में वो उसे किसी तरह बोलने में कामयाब हो जाते हैं।
रॉबिन उथप्पा: रॉबिन उथप्पा को शाहरुख खान की फिल्म दिलवाले का रोमैंटिक डायलॉग बोलने को कहा जाता है। जिसके बोल होते हैं, 'दिल तो हर किसी के पास होता है लेकिन हर कोई दिलवाला नहीं होता।' उथप्पा पहली बार में नहीं लेकिन दूसरी बार में इसे बेहतरीन अंदाज में बोल देते हैं।
कुलदीप यादव: आखिर में कुलदीप यादव भी शाहरुख खान की फ्लिम का डायलॉग बोलते हैं। लेकिन बाद में वो हाथ खड़े कर देते हैं कि अब नहीं बोलूंगा मैं। हिंदुस्तान में कहा जाता है कि एक्टिंग कोई भी कर सकता है लेकिन सही मायनों में एक्टिंग बच्चों का खेल नहीं है।