आईपीएल 2018 के पहले क्वालीफायर मुकाबले में सनराइजर्स हैदराबाद को बेहद रोमांचक मैच में 2 विकेट से हार झेलनी पड़ी। हैदराबाद की टीम एक समय मुकाबले में बेहद मजबूत नजर आ रही थी लेकिन चेन्नई सुपर किंग्स के बल्लेबाज फैफ डू प्लेसी ने उनके मुंह से जीत छीन ली। इस हार के साथ ही हैदराबाद की टीम के लिए फाइनल में पहुंचने की राह बेहद मुश्किल हो गई है। हालांकि टीम के पास अभी भी फाइनल में पहुंचने का एक मौका बाकी है। लेकिन सवाल ये उठता है कि आखिर टीम जीत के इतने करीब आकर हार कैसे गई? हैदराबाद से आखिर कहां चूक हो गई? आइए आपको बताते हैं कि क्या रहे हैदराबाद के हार के कारण।
दोनों ओपनरों का फ्लॉप होना: हैदराबाद की सबसे बड़ी ताकत उनका ऊपरी क्रम की बल्लेबाजी थी। जो कि हमेशा उन्हें अच्छी शुरुआत दिलाती रही है। लेकिन इस मैच में टीम की शुरुआत बेहद खराब रही और दोनों ओपनर सस्ते में पवेलियन लौट गए। टीम का पहला विकेट धवन के रूप में शून्य और दूसरा 34 पर ही गिर गया। दूसरे विकेट के रूप में श्रीवत्स गोस्वामी आउट हुए।
मिडिल ऑर्डर का लड़खड़ाना: ओपनिंग के बाद टीम का मिडिल ऑर्डर भी लड़खड़ा गया। मिडिल ऑर्डर में किसी भी बल्लेबाज ने बेहतरीन खेल नहीं दिखाया और पूरी बल्लेबाजी बिखर गई। जीसका खामियाजा टीम को भुगतना पडा़। मिडिल ऑर्डर में बड़े-बड़े नाम थे लेकिन कोई भी अपनी छाप नहीं छोड़ सका।
मनीष पांडे बने बोझ: मनीष पांडे को टीम ने करोड़ों रुपये में खरीदा था। माना जा रहा था कि पांडे इस साल अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी से हैदराबाद को फायदा पहुंचाएंगे। लेकिन पांडे ऐसा कुछ नहीं कर सके और अपने फ्लॉप शो का खात्मा नहीं कर सके। पांडे ने इस मैच में 16 गेंदों में 8 रन की पारी खेली।
विलिमयन की रणनीति: विलियमसन की रणनीति भी हैदराबाद की हार के लिए जिम्मेदार रही। विलियमसन ने आखिरी ओवर में गेंदबाजी देने में चूक कर दी। पारी का 18वां ओवर विलियमसन ने कार्लोस ब्रेथवेट को दे दिया और उन्होंने अपने ओवर में मैच का कायापलट क दिया।
डू प्लेसी का विकेट ना गिरा पाना: हैदराबाद की हार का पांचवां और आखिरी कारण रहा डू प्लेसी को आउट ना कर पाना। डू प्लेसी ने अकेले दम पर मैच का पासा पलट दिया और टीम को 2 विकेट से जीत दिला दी। डू प्ललेसी ने ओपनिंग करते हुए 42 गेंदों में नाबाद 67 रनों की पारी खेली। अपनी पारी में डू प्लेसी ने 5 चौके और 4 छक्के लगाए।