नयी दिल्ली: IPL 2018 में दिल्ली डेयरडेविल्स के लगातार ख़राब प्रदर्शन की ज़िम्मेवारी लेते हुए गौतम गंभीर ने बुधवार को कप्तानी से इस्तीफ़ा देकर सब को चौंका दिया था. इस्तीफे़ के बाद उन्होंने ये भी कहा कि वह बाक़ी मैच खेलने के लिए दिल्ली डेयरडेविल्स से सेलेरी भी नहीं लेंगे. लेकिन जिस तरह की ख़बरे आ रही हैं उससे लगता है कि गंभीर का टीम में भी बना रहना मुश्किल है. फ़्रेचाइज़ी ने गंभीर को खिलाने या न खिलाने का फ़ैसला नये कप्तान श्रेयस अय्यर और कोच रिकी पोंंटििंग पर छोड़ दिया है. ख़बर ये भी है कि फ़्रेचाइज़ी ने बतौर मेंटॉर गंभीर को टीम में रखने के फ़ैसले पर मुहर लगा दी है.
हालंकि श्रेयस ने गौतम के खिलाने के संकेत दिए हैं लेकिन गौतम का अगले एक-दो मैच में प्रदर्शन अगर फिर ख़राब रहा तो कप्तान और कोच नये खिलाड़ी को मौक़ा दे सकते हैं. दरअसल गंभीर का 2012 से ही ख़राब समय शुरु हो गया था. 2012 में उन्होंने पाकिस्तान के ख़िलाफ़ आख़िरी अंतरराष्ट्रीय टी-20 मैच खेला था. गोतम ने 2007 टी-20 और 2011 विश्व कप में अहम भूमिका निभाई थी. लेकिन प्रदर्शन में लगातार गिरावट से वह धीरे-धीरे दोनें फ़ॉर्मेट से बाहर हो गए. 2013 में उन्होंने आख़िरी वनडे इंग्लैंड के ख़िलाफ़ खेला था.
2016 में रणजी में अच्छे प्रदर्शन की वजह से उनकी टेस्ट टीम में वापसी हुई लेकिन चल नही पाए.