वैसे तो आईपीएल हर साल क्रिकेट को नए सितारे देता है जो आगे चलकर आईपीएल के बाद पूरी दुनिया में अपनी चमक बिखरते हैं लेकिन नए खिलाड़ियों के साथ-साथ आईपीएल का बाकी टी-20 लीग्स के मुकाबले अपना एक अलग मुकाम है. एक बात तो साफ़ है कि सिर्फ नाम के भरोसे कोई खिलाड़ी आईपीएल में नहीं खेल सकता क्योंकि आईपीएल में बने रहने के लिए उसे गेंद और बल्ले से भी दमदार प्रदर्शन करना पड़ता है. जो खिलाड़ी अपने नाम के बावजूद अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते, उन खिलाड़ियों को आईपीएल फ्रेंचाइज़ी नहीं खरीदना चाहते, चाहे वो खिलाड़ी कितना भी बड़ा क्यों ना हो. कुछ यही हाल इस साल युवराज सिंह का है.
युवराज का क्रिकेट अब खत्म हो गया लगता है. इसका इल्म आईपीएल फ्रेंचाइज़ीज़ को भी है यही वजह है कि इस साल हुई खिलाड़ियों की नीलामी में युवराज सिंह को खरीदने में किसी भी आईपीएल टीम ने दिलचस्पी नहीं दिखाई लेकिन जैसे तैसे आखिरी वक्त में युवराज की पुरानी टीम किंग्स इलेवन पंजाब ने युवराज का मान रखते हुए उन्हें 2 करोड़ के बेस प्राइज़ में खरीद लिया. लेकिन युवराज की खराब फॉर्म इस मान का मान नहीं रख पाई। हालात ये हैं कि मौजूदा आईपीएल सीज़न में युवराज सिंह ने 8 मैचों में 10.83 की मामूली औसत से महज 65 रन ही बनाए हैं.
बड़े-बड़े शॉट्स लगाने में माहिर युवराज का स्ट्राइक रेट भी 100 से कम रहा. आसमानी छक्के के लिए मशहूर युवराज इस साल 8 मैचों में सिर्फ 2 छक्के ही लगा सके हैं. ना तो युवराज बड़े-बड़े शॉट्स लगा पा रहे हैं और ना ही अपनी टीम के लिए बड़ा स्कोर अभी तक बना पाए हैं. युवराज की खराब फॉर्म का आलम ये है कि पंजाब की टीम ने 5 मैचों में युवराज सिंह को प्लेइंग इलेवन में खिलाना भी ज़रूरी नहीं समझा. युवराज की गिरती फॉर्म के चलते ही वो इस वक्त इंटरनेशनल क्रिकेट के किसी भी फॉर्मेट में टीम इंडिया का हिस्सा नहीं है.
युवराज आखिरी बार टीम इंडिया की जर्सी जून 2017 में वेस्टइंडीज़ के खिलाफ वनडे मैच में पहनी थी. युवराज सिंह ने वनडे में आखिरी बड़ी पारी 19 जून 2017 को खेली थी. इस मैच में युवराज सिंह ने 127 गेंदों पर 150 रन बनाए थे. इस पारी के बाद खेले 9 वनडे मैचों में युवराज 29 के मामूली औसत से 207 रन बनाए हैं जिसमें कोई अर्धशतक शामिल नहीं है. टी-20 इंटरनेशनल में तो हाल और भी बुरा है. 2016 से अब तक खेले 18 टी-20 इंटरनेशनल मैचों में युवराज ने 19 के औसत से 209 रन बनाए हैं.
इस पारियों में भी युवराज कोई अर्धशतक नहीं बना पाए. केवल फॉर्म ही नहीं युवराज की फिटनेस के मामले में भी युवा खिलाड़ियों के आगे कहीं नहीं टिकते. क्रिकेट के पंडित भी अब मानने लगे हैं कि युवराज के युग का अंत हो चुका है. युवराज को अब अपने करियर को लेकर कोई फैसला कर लेना चाहिए. इसके बावजूद युवराज 2019 वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया में वापसी की उम्मीद लगाए बैठें हैं, लेकिन युवराज की मौजूदा फॉर्म को देखते हुए ऐसा संभव नहीं लगता.