भारतीय लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल ने इस साल की शुरुआत में अपनी पूर्व आईपीएल फ्रेंचाइजी रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) के एक पोडकास्ट में अपने साथ हुए शारीरिक उत्पीड़न के मामले का खुलासा किया था। इस मामले में मुंबई इंडियंस के पूर्व क्रिकेटर रहे जेम्स फ्रैंकलिन और एंड्रयू साइमंड्स का नाम सामने आया था। फ्रैंकलिन 2019 से काउंटी क्लब डरहम के कोच हैं ऐसे में क्लब ने न्यूजीलैंड के पूर्व तेज गेंदबाज से निजी तौर पर बातचीत करने की बात कही है।
ईएसपीएन क्रिकइन्फो के अनुसार डरहम ने अपने बयान में कहा कि, ‘‘हम 2011 की एक घटना से जुड़ी हाल की रिपोर्टों से अवगत हैं जिसमें हमारे कोचिंग स्टाफ के एक सदस्य का नाम आया है। हमारे कर्मचारी से जुड़े किसी भी मसले पर क्लब तथ्यों का पता करने के लिए संबंधित पक्षों से निजी तौर पर बात करेगा।’’ आरसीबी के एक पॉडकास्ट में चहल ने 2011 की घटना को याद किया था जब मुंबई इंडियन्स के उनके साथी फ्रैंकलिन और साइमंड्स ने उस साल चैंपियन्स लीग फाइनल में जीत का जश्न मनाते हुए कथित तौर पर उन्हें बांध दिया था।
उस पॉडकास्ट में चहल ने यह भी आरोप लगाया था कि इन दोनों ने उनका मुंह टेप से बंद कर दिया था और उन्हें रात भर के लिये कमरे में अकेला छोड़ दिया था। गौरतलब है कि फ्रैंकलिन 2011 से 2013 तक मुंबई इंडियन्स का हिस्सा रहे थे। उन्हें 2019 के शुरू में डरहम का कोच नियुक्त किया गया था। चहल ने कहा था, ‘‘यह 2011 की घटना है जब मुंबई इंडियन्स ने चैंपियन्स लीग जीती थी। हम चेन्नई में थे।"
उन्होंने कहा था, ‘‘मुझे नहीं पता कि वे क्या सोच रहे थे लेकिन उसने (साइमंड्स ने) और जेम्स फ्रैंकलिन ने मिलकर मेरे हाथ पांव बांध दिए थे और कहा कि अब तुम खोलकर दिखाओ। वे नशे में इतने अधिक धुत थे कि उन्होंने मेरे मुंह पर टेप चिपका दी और पार्टी के दौरान पूरी तरह से मेरे बारे में भूल गए और वहां से चले गए। सुबह कोई कमरा साफ करने के लिये आया और उसने मुझे देखा। उसने कुछ अन्य को बुलाया और मुझे बंधनमुक्त किया।’’
चहल के अनुसार दोनों खिलाड़ियों ने कभी इसके लिए उनसे माफी नहीं मांगी। फ्रैंकलिन और साइमंड्स के खिलाफ आरोप तब सामने आए जब इस लेग स्पिनर ने एक अन्य घटना का खुलासा करते हुए कहा कि 2013 में बेंगलुरू में आईपीएल मैच के बाद पार्टी में नशे में धुत एक खिलाड़ी ने उन्हें होटल के 15वें मंजिल से नीचे लटका दिया था। यह खुलासा चहल ने अपने राजस्थान रॉयल्स और टीम इंडिया के साथ रविचंद्रन अश्विन के साथ किया।
अश्विन के साथ बातचीत के दौरान चहल ने कहा था, ‘‘मेरी कहानी कुछ लोगों को पता है। मैंने कभी इसके बारे में बात नहीं की, कभी इसे साझा नहीं किया। 2013 में मैं मुंबई इंडियंस के साथ था। हमारा बेंगलुरू में मैच था। इसके बाद खिलाड़ी आपस में मिले। एक खिलाड़ी नशे में था, मैं उसका नाम नहीं लूंगा। वह नशे में था और मेरी ओर देख रहा था। उसने मुझे बुलाया। वह मुझे बाहर ले गया और बालकनी से बाहर लटका दिया।’’
शास्त्री ने की थी आजीवन प्रतिबंध की मांग
टीम इंडिया के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री ने इस मामले पर हाल ही में सुझाव दिया था कि दोषी खिलाड़ी को कभी क्रिकेट के मैदान के समीप आने की स्वीकृति नहीं दी जानी चाहिए। शास्त्री ने ईएसपीएन क्रिकइंफो से कहा था कि, ‘‘मुझे नहीं पता कि इससे जुड़ा व्यक्ति कौन है, वह उस समय होश में नहीं था। अगर ऐसा हुआ है तो यह बड़ी चिंता की बात है। किसी का जीवन खतरे में था, कुछ लोगों को यह मजाकिया लग सकता है लेकिन यह बिलकुल भी मजाकिया नहीं है।’’
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उन्होंने कहा, ‘‘इससे पता चलता है कि जिसने भी ऐसा करने का प्रयास किया वह उचित स्थिति में नहीं था। जब आप ऐसी स्थिति में होते हो और कुछ ऐसा करने का प्रयास करते हो तो गलती होने की संभावना और अधिक हो जाती है। यह बिलकुल भी स्वीकार्य नहीं है। मैं पहली बार इस तरह की चीज सुन रहा हूं। यह बिलकुल भी मजाकिया नहीं है। अगर यह घटना आज होती है तो दोषी पर आजीवन प्रतिबंध लगना चाहिए और उस व्यक्ति को जितना जल्दी संभव हो पुनर्वास केंद्र में भेजा जाना चाहिए।’’
पूर्व क्रिकेटर ने आगे कहा, ‘‘आजीवन प्रतिबंध, बेहतर है कि वह क्रिकेट के मैदान के समीप नहीं आए, तभी उसे पता चलेगा कि यह मजाकिया है या नहीं।’’ चहल ने कहा था कि काफी लोगों को इस घटना की जानकारी नहीं थी क्योंकि उन्होंने इसे अपने तक रखा था। इसे लेकर शास्त्री ने कहा कि, यह महत्वपूर्ण हे कि खिलाड़ी जल्द से जल्द इस तरह की घटनाओं की जानकारी दें और कोई त्रासदी होने का इंतजार नहीं करें।