टीम इंडिया के स्टार स्पिनर युजवेंद्र चहल ने हाल ही में अपनी पुरानी आईपीएल टीम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को लेकर बड़े खुलासे किए। 8 साल तक आरसीबी के लिए खेलने वाले चहल को इस टीम ने आईपीएल 2022 के मेगा ऑक्शन में रिलीज कर दिया। उसके बाद चहल पिछले 2 साल से राजस्थान रॉयल्स के लिए खेल रहे हैं। अब चहल ने आरसीबी से बाहर किए जाने के बाद कई बड़े बयान दिए हैं।
आरसीबी को लेकर क्या बोले चहल?
चहल ने आरसीबी से बाहर किए जाने पर कहा कि उन्हें बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगा था। चहल ने एक यूट्यूब चैनल से बातचीत करते हुए कहा कि निश्चित रूप से, मुझे बहुत बुरा लगा। 2014 में मेरी जर्नी इस टीम के साथ शुरू हुई। पहले मैच से, विराट भैया ने मुझ पर भरोसा दिखाया। लेकिन, यह बुरा लगता है क्योंकि मैं 8 साल से फ्रेंचाइजी के लिए खेल रहा था। मैंने लोगों को देखा है। चहल ने कहा कि लोगों को लगा कि युजी ने बहुत सारे पैसे मांगे होंगे। यही कारण है कि मैंने एक इंटरव्यू में स्पष्ट किया कि मैंने कुछ भी नहीं मांगा। मुझे पता है कि मैं कितना हकदार हूं।
फ्रेंचाइजी ने नहीं किया एक फोन- चहल
चहल ने आगे कहा कि सबसे बुरी बात यह है कि कोई फोन कॉल नहीं था, कोई बातचीत नहीं थी। कम से कम बात तो करो। मैंने उनके लिए 114 मैच खेले हैं। ऑक्शन से पहले उन्होंने मुझसे वादा किया था कि वे मेरे लिए हर संभव प्रयास करेंगे। मैंने कहा, ठीक है। जब मुझे वहां भी नहीं चुना गया, तो मुझे बहुत गुस्सा आया। मैंने उन्हें 8 साल दिए। चिन्नास्वामी मेरा पसंदीदा मैदान था। मैंने आरसीबी के कोचों से बात नहीं की। पहला मैच मैंने उनके खिलाफ खेला, मैंने किसी से बात नहीं की।
राजस्थान की टीम में भी हुआ फायदा
चहल को लगता है कि आरआर ने उन्हें विकसित करने में भूमिका निभाई है। चहल ने आगे कहा कि क्रिकेट के लिहाज से उन्हें विकसित करने में राजस्थान रॉयल्स ने भूमिका निभाई। आरसीबी में, चहल डेथ ओवर शुरू होने से पहले अपना कोटा पूरा कर लेते थे, लेकिन रॉयल्स में उन्हें डेथ ओवरों में भी गेंदबाजी करने की जिम्मेदारी सौंपी गई। चहल ने कहा कि आरसीबी में मेरा कोटा 16 ओवर से पहले पूरा हो जाता था। इसलिए, मुझे लगता है कि मैं आरआर में एक क्रिकेटर के रूप में भी विकसित हुआ हूं।