भारतीय क्रिकेट टीम को इस साल कई अहम मुकाबले खेलने है। इससे पहले टीम मैनेजमेंट अपने सभी खिलाड़ियों को ट्राई करना चाह रही हैं। जिसके कारण कई अनुभवी खिलाड़ियों को टीम में नियमित जगह नहीं मिल पा रही है। इन खिलाड़ियों में युजवेंद्र चहल का नाम भी शामिल है। भारत के सबसे सफल स्पिनरों में से एक युजवेंद्र चहल को हाल के दिनों में टीम में नियमित जगह नहीं मिल पाई है। अब चहल ने इस मुद्दे को लेकर बात कही है।
क्या बोले चहल
टीम इंडिया की प्लेइंग 11 से लगातार बाहर अंदर किए जाने पर युजवेंद्र चहल ने अपनी राय रखी है। चहल कहा है कि इससे उन्हें कोई परेशानी नहीं है क्योंकि उन्हें लगता है कि टीम संयोजन प्राथमिकता में सबसे ऊपर है और यह कोई नई बात नहीं है। हाल ही में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले गए तीन मैचों की वनडे सीरीज के दौरान युजवेंद्र चहल को एक भी मैच खेलने का मौका नहीं दिया गया। लेकिन इसके बाद खेले गए टी20 सीरीज में उन्हें मौका दिया गया। जहां उन्होंने दो अहम विकेट लेकर अपनी छाप छोड़ी।
चहल ने इस बात पर भी जोर दिया कि इस साल खेले जाने वाले एशिया कप और वनडे वर्ल्ड कप के बारे में उन्होंने व्यक्तिगत रूप से आगे के बारे में नहीं सोचा है। इसके अलावा वह टीम इंडिया के लिए एक परफेक्ट प्लेइंग 11 के बारे में ध्यान रहे हैं, भले ही वह इसमें फिट बैठते हों या नहीं। चहल ने दूसरे टी20 से पहले संवाददाताओं से कहा कि फिलहाल मुझे चार मैचों में अच्छा प्रदर्शन करने की जरूरत है। मैं एक समय में एक कदम के बारे में सोचता हूं। इस सीरीज के बाद हमारा कैंप होगा और फिर टीम की घोषणा की जाएगी। मैं अभी एशिया कप या वर्ल्ड कप के बारे में नहीं सोच रहा हूं।
जडेजा और अक्षर पर चहल ने कही ये बात
चहल ने आगे कहा कि "सातवें नंबर पर हम आम तौर पर रवींद्र जड़ेजा या अक्षर पटेल को खिलाते हैं। तीन स्पिनर तभी खेल सकते हैं जब विकेट स्पिन के अनुकूल हों। कुलदीप वास्तव में अच्छी गेंदबाजी कर रहे हैं, वह शानदार लय में हैं और यही कारण है कि टीम उनका समर्थन कर रही है। मैं नेट्स पर काम करता रहता हूं ताकि जब भी मुझे मौका मिले मैं उसका फायदा उठा सकूं। उन्होंने कहा, ''टीम संयोजन हमारी प्राथमिकता है और यह कोई नई बात नहीं है।'' चहल के इन बातों से यह साफ है कि वह अभी ज्यादा आगे के बारे में नहीं सोच रहे हैं।
Input PTI