Highlights
- युजवेंद्र चहल ने विंडीज के खिलाफ पहले वनडे में चटकाए 2 विकेट
- चहल को हेड कोच द्रविड़ से मिल रहा है पूरा सहयोग
- अपनी जर्सी में कोई बदलाव नहीं चाहते चहल
Yuzvendra Chahal: टीम इंडिया के स्पिनर युजवेंद्र चहल मैदान पर तो शानदार प्रदर्शन करते ही हैं, अपनी हाजिरजवाबी के लिए भी वे मशहूर हैं। वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले वनडे में भारत को तीन रन से जीत मिली। ये जीत पोर्ट ऑफ स्पेन की गर्मी में आखिरी ओवर में बेहद रोमांच हालात में हासिल हुई। इसके बाद चहल से क्रिकेटर्स को गर्मी से राहत दिलाने वाले संभावित बदलावों के बारे में पूछा गया जिसका उन्होंने अपने ही अंदाज में जवाब दिया।
चहल को हाफ पैंट नापसंद है
टीम इंडिया के स्टार स्पिनर क्रिकेटर को फुटबॉलर और टेनिस प्लेयर की तरह शॉर्ट्स पहन कर खेलते हुए नहीं देखना चाहते। जब उनसे विंडीज के खिलाफ पहले वनडे के खत्म होने के बाद पूछा गया कि बढ़ती गर्मी को देखते हुए क्या क्रिकेट को भी ट्राउजर की जगह हाफ पैंट या शॉर्ट्स पहन कर खेला जाना चाहिए तो उन्होंने इसे पूरी तरह से खारिज कर दिया। चहल ने कहा, ‘‘ नहीं, नहीं , मैं ऐसा नहीं मानता हूं, क्योंकि जब भी आप मैदान पर फिसलते हैं तो आपको अपने घुटनों का ध्यान रखना होता है, यह बहुत मुश्किल होता है। मेरे दोनों घुटने पहले ही चोटिल हो चुके हैं, वहां चोट के कई निशान हैं। मुझे लगता है कि फुल पैंट हमारे लिए अच्छा काम करती है।’’
कोच द्रविड़ का है पूरा सपोर्ट
चहल ने आईपीएल 2022 में सबसे ज्यादा 27 विकेट चटकाए थे। इसके बाद से हेड कोच राहुल द्रविड़ की देखरेख में वे लगातार बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं। द्रविड़ की कोचिंग पर चहल ने कहा, ‘‘ कोच हमेशा मेरा समर्थन करते है। वह मुझसे कहते हैं, ‘यूजी आप अपने मजबूत पक्ष पर भरोसा और उसका समर्थन करो। जब कोच और मैनेजमेंट इस तरह से आपका हौसला बढ़ते है तो आप हमेशा मैदान पर अपना बेस्ट देने के लिए तैयार रहते हैं।’’
IPL2022 ने चहल को तराशा
चहल ने मैच के 45वें ओवर में उस समय 54 रन बनाकर खेल रहे ब्रैंडन किंग का अहम विकेट चटकाया जब लग रहा था वेस्टइंडीज की टीम 309 रन के लक्ष्य को हासिल कर लेगी। इस स्थिति के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘ मैं हमेशा अपने स्ट्रेंथ को सपोर्ट करता हूं, मुझे पता था कि गेंद पुरानी हो गई है और बल्लेबाजों को परेशान करेगी। इसलिए मैं अपनी लाइन बदल रहा था। यह बदलाव आईपीएल से आया है, क्योंकि वहां मैं 16वां, 17वां और 18वां ओवर फेंक रहा था।”
डेथ ओवर्स के उस्ताद
इस मैच में चहल ने 10 ओवर में 58 रन देकर दो विकेट लिए। वेस्टइंडीज को आखिरी 10 ओवर में जीत के लिए 90 रन की जरूरत थी और उसके पांच विकेट हाथ में थे। ऐसी स्थिति में, डेथ ओवर्स में चहल और मोहम्मद सिराज ने सूझ-बूझ से गेंदबाजी की और टीम इंडिया को तीन रन की रोमांचक जीत दिलाई।