भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज ऑलराउंडर युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह आए दिन किसी न किसी मुद्दे को लेकर चर्चा में रहते हैं। एक बार फिर से उन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को लेकर कुछ ऐसा कह दिया जिसके कारण उन्हें सोशल मीडिया पर फैंस के ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा रहा है। उन्होंने एमएस धोनी पर अपना गुस्सा निकाला है। योगराज सिंह का आरोप है कि धोनी की वजह से युवराज सिंह का करियर समय से पहले खत्म हो गया। उन्होंने कहा कि धोनी ने युवराज के साथ जो किया है, उसे वह कभी माफ नहीं कर पाएंगे।
योगराज सिंह ने क्या कहा
योगराज सिंह ने हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में कहा कि वह कभी भी एमएस धोनी को माफ नहीं करेंगे। धोनी को अपना चेहरा आईने में देखना चाहिए। वह एक बहुत बड़े क्रिकेटर हैं, लेकिन उनके बेटे के साथ यानी कि युवराज सिंह के साथ जो हुआ, उसे माफ नहीं किया जा सकता। उन्होंने जीवन में कभी किसी को माफ नहीं किया है जिसने उनके साथ गलत किया है, फिर चाहे वह उनके परिवार का ही क्यों न हो।
धोनी की कप्तानी में युवराज का करियर
योगराज सिंह के आरोपों के बावजूद यह भी सच है कि युवराज सिंह का करियर धोनी की कप्तानी में ही सबसे ऊंचाई पर पहुंचा। युवराज ने 2007 टी20 विश्व कप और 2011 वनडे विश्व कप में शानदार प्रदर्शन किया था, जिसकी वजह से भारत दोनों टूर्नामेंट का विजेता बना। इन दोनों टूर्नामेंट में धोनी कप्तान थे, लेकिन युवराज सिंह के बिना भारतीय टीम का चैंपियन बन पाना मुश्किल था। योगराज सिंह का मानना है कि धोनी के कारण युवराज सिंह का करियर समय से पहले खत्म हो गया, जबकि उनके बेटे के पास 4-5 साल का क्रिकेट बाकी था। उन्होंने कहा कि धोनी ने युवराज सिंह का जीवन बर्बाद कर दिया, जबकि वह और चार-पांच साल खेल सकते थे। युवराज जैसा दूसरा खिलाड़ी पैदा करना आसान नहीं है।
कपिल देव पर भी लगाए आरोप
योगराज सिंह ने इसी इंटरव्यू में 1983 विश्व कप विजेता कप्तान कपिल देव पर भी निशाना साधा। उन्होंने दावा किया कि कपिल देव के साथ उनके रिश्ते तब से तनावपूर्ण हैं जब उन्हें 1981 में भारतीय टीम से बाहर कर दिया गया था। योगराज का मानना है कि कपिल ने उन्हें अपने संभावित प्रतिद्वंद्वी के रूप में देखते हुए टीम से बाहर करने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने कपिल देव पर आरोप लगाया कि वह उनके साथ अन्याय कर रहे थे और उनके साथ दुश्मनी रखते थे। योगराज का कहना है कि उन्होंने कपिल देव के खिलाफ अपनी नाराजगी व्यक्त की थी और कहा था कि वह उन्हें ऐसी स्थिति में छोड़ेंगे कि दुनिया उन्हें कोसेगी। उन्होंने युवराज सिंह की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि युवराज ने अपने करियर में 13 ट्रॉफियां जीतीं, जबकि कपिल देव के नाम केवल एक विश्व कप खिताब है। योगराज की इस टिप्पणी से यह भी साफ होता है कि वे अपने बेटे की उपलब्धियों को कपिल के साथ अपनी तुलना का हिस्सा बना रहे हैं।
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