Youngest Player Scoring Double Century in Test Javed Miandad : टेस्ट क्रिकेट में बल्लेबाज जब शतक लगाता है तो उसे खास उपलब्धि माना जाता है। तालियों की गड़गड़हट से उसका स्वागत किया जाता है। हालांकि टेस्ट क्रिकेट ऐसा खेल है, जिसमें टाइम का बहुत ज्यादा महत्व नहीं होता। बल्लेबाज जब तक चाहे बल्लेबाजी कर सकता है। जिस तरह से वनडे में 50 ओवर और टी20 में 20 ओवर का खेल होता है, उस तरह की बाध्यता टेस्ट में नहीं है। यही कारण है कि टेस्ट में न केवल दोहरे बल्कि तिहरे शतक भी खूब लगे हैं। वेस्टइंडीज के कप्तान रहे ब्रायन लारा ने तो 400 रनों की भी पारी खेल दी थी, लेकिन ऐसा केवल एक ही बार हुआ। लेकिन क्या आपको पता है कि टेस्ट क्रिकेट में सबसे कम उम्र में किस खिलाड़ी ने दोहरा शतक लगाया था। इस कीर्तिमान को बने अब करीब 48 साल हो गए हैं, लेकिन अभी तक इसे कोई तोड़ नहीं पाया है।
जावेद मियांदाद के नाम है सबसे कम उम्र में टेस्ट में दोहरा शतक लगाने का कीर्तिमान
हम बात कर रहे हैं पाकिस्तान के दिग्गज खिलाड़ियों में शुमार जावेद मियांदाद की। जावेद मियांदाद भले ही आज खेल जगह की सुर्खियों में नहीं हैं, लेकिन उनके बनाए हुए रिकॉर्ड की वजह से अक्सर उनकी चर्चा होती रहती है। जावेद मियांदाद ही वो बल्लेबाज हैं, जिनके नाम सबसे कम उम्र में टेस्ट दोहरा शतक लगाने का कीर्तिमान है। उन्होंने साल 1976 में न्यूजीलैंड के खिलाफ कराची के नेशनल स्टेडियम में 206 रनों की बेहतरीन पारी खेली थी।
19 साल 140 दिन की उम्र में लगाई डबल सेंचुरी
12 जून 1957 को जन्मे जावेद मियांदाद की उम्र उस वक्त 19 साल और 140 दिन की थी। पाकिस्तान की ओर से इस मैच में जावेद मियांदाद चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे और 410 मिनट तक बल्लेबाजी की। उनके बल्ले से 29 चौके और दो छक्के निकले। खास बात ये है कि जावेद मियांदाद का ये तीसरा ही टेस्ट मुकाबला था, उसी में उन्होंने इतिहास रचने का काम किया। हालांकि न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला गया ये मैच ड्रॉ यानी बराबरी पर खत्म हुआ।
भारत के लिए विनोद कांबली के नाम हैं ये कीर्तिमान
साल 1976 के बाद से अब तक दोहरे और तिहरे शतक खूब लगे, लेकिन इतनी कम उम्र का रिकॉर्ड कोई दूसरा बल्लेबाज तोड़ नहीं पाया है। पिछले कुछ वक्त की बात करें तो भारत के विनोद कांबली ने भी अपने डेब्यू के साथ ही दोहरा शतक लगाया था। वे जावेद मियांदाद के काफी करीब पहुंच गए थे। विनोद कांबली ने साल 1993 में इंग्लैंड के खिलाफ जब अपना दोहरा शतक पूरा किया था, तब उनकी उम्र 21 साल और 32 दिन की थी। वहीं साल 1909 में वेस्टइंडीज के जॉर्ज हेडली ने इंग्लैंड के खिलाफ 20 साल और 308 दिन की उम्र में शतक लगाया था। यानी जावेद मियांदाद के करीब केवल जॉर्ज हेडली ही हैं, बाकी कोई बल्लेबाज उनके करीब तक नहीं है। देखना होगा कि 48 साल तो हो गए, लेकिन आने वाले कितने और साल तक ये कीर्तिमान यूं ही अटूट रहता है।
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