Highlights
- साल 2021 में भारतीय टीम ने ब्रिस्बेन के गाबा में ऑस्ट्रेलिया को हराया था
- साल अपने आखिरी मैच में भारत ने साउथ अफ्रीका को 113 रन हराया
- सेंचूरियन में साउथ अफ्रीका को हारने वाली भारत एशिया की पहली टीम बनी है
साल 2021 को खत्म में सिर्फ दो दिन का समय बचा है। पूरे साल देश दुनिया में कई तरह की घटनाएं घटी जिसे कभी नहीं भुलाया जा सकेगा। ऐसा ही कुछ भारतीय क्रिकेट में भी हुआ जिसके लिए साल 2021 को हमेशा याद रखा जाएगा। इस साल भारतीय क्रिकेटर ने कई तरह के उतार चढ़ाव देखें, चाहे वह गाबा में ऑस्ट्रेलिया के घमंड को चकनाचूर करना हो या फिर क्रिकेट का मक्का कहे जाने वाले लॉर्ड्स में इंग्लैंड को उसके घर में हराना।
इसके अलावा साल 2021 में कई ऐसे खिलाड़ी उभरकर सामने आए जिन्होंने अपने दमदार खेल से यह साबित किया कि वह आगे आने वाले भविष्य में टीम इंडिया के सितारें को बुलंदियों पर ले जाने के लिए तैयार है।
ऐसे में आइए जानते हैं साल 2021 में भारतीय टीम के वह 10 लम्हें जिसे पूरी दुनिया ने किया सलाम-
1- भारत का ऑस्ट्रेलिया दौरा
साल 2021 में भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया दौरे से अपनी शुरुआत की थी। इस दौरे पर टीम इंडिया के खिलाड़ियों ने ऐसी दहाड़ लगाई कि मेजबान लाज बजाने का भी मौका नहीं मिला। दरअसल इस दौरे पर भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को लगातार दूसरी उसके घर में टेस्ट सीरीज को अपने नाम किया। भारतीय टीम की इस जीत में युवा खिलाड़ियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा जिसमें ऋषभ पंत, मोहम्मद सिराज, शार्दुल ठाकुर, नवदीप सैनी और टी नटराजन जैसे खिलाड़ियों ने अपनी चमक बिखेड़ी।
भारत का यह ऑस्ट्रेलिया दौरा काफी यादगार रहा। इसी दौरे पर टीम इंडिया जहां एडिलेड में 36 रन पर सिमट गई थी तो यहीं गाबा में भारत ने ऑस्ट्रेलिया का घमंड तोड़कर टीम इंडिया ने हराकर सीरीज अपने नाम किया था।
2- गाबा में ऋषभ पंत की मैराथन पारी
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जब भारतीय टीम एडिलेड में महज 36 रन पर ऑलआउट हुई तो चारों तरफ खूब हो हल्ला हुआ। क्रिकेट पंडितों ने टीम इंडिया के लिए कई तरह की भविष्यवाणी की, लेकिन किसे पता था कि भारतीय टीम का इस दौरे पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन आना अभी बाकी था। खास तौर से युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने जिस तरह से मोर्चा संभालकर ब्रिस्बेन के गाबा में ऑस्ट्रेलिया के मुंह से जीत को छीना वह हमेशा यादगार हो गया।
गाबा टेस्ट में पंत ने 89 रनों की खेलकर टीम इंडिया को एक ऐतिहासिक जीत दिलाई वह सिर्फ एक जीत नहीं बल्कि एक नया इतिहास था। भारत 33 साल के बाद इस मैदान पर ऑस्ट्रेलिया को हराने में कामयाबी हासिल की थी।
3- ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जब हनुमा विहारी और अश्विन बने थे 'दीवार'
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में चोटिल होने के बावजूद हनुमा विहारी ने रविचंद्रन अश्विन के साथ मिलकर जिस तरह की बल्लेबाजी की थी वह भारतीय टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में हमेशा के लिए याद रखा जाएगा। सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर खेले गए इस मुकाबले में मेजबान ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में 338 रन बनाए। इसके बाद भारतीय क्रिकेट टीम पहली पारी में 244 रन ही बना सकी। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी में 6 विकेट के नुकसान पर 312 रन बनाए और भारत को जीत के लिए 407 रनों का लक्ष्य दिया।
मैच के चौथे दिन भारत 98 रन तक दो विकेट गंवाकर मुश्किलों में घिर गयी थी। पांचवें दिन पहले सेशन में ही भारत ने अजिंक्य रहाणे का विकेट गंवा दिया। इसके बाद ऋषभ पंत (97) और चेतेश्वर पुजारा (77) ने शानदार पारी खेली, लेकिन इन दोनों के आउट होने के बाद ऑस्ट्रेलिया की जीत पक्की लगने लगी। इन दोनों के आउट होने के बाद विहारी और अश्विन ने मोर्चा संभाला। ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने अश्विन और विहारी की इस अटूट साझेदारी को तोड़ने के लिए काफी कोशिश की लेकिन कामयाब नहीं हो सके। अंत में हनुमा विहारी (23) और रविचंद्रन अश्विन (39) ने ऑस्ट्रेलियाई जबड़े से जीत छीन ली और सिडनी टेस्ट को ड्रॉ करवा दिया।
4- लॉर्ड्स के मैदान पर लहरा भारतीय तिरंगा
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर धमाकेदार जीत के बाद अगली बारी इंग्लैंड की थी। साल 2021 के अगस्त महीने में भारत ने इंग्लैंड दौरे पर खेले गए लॉर्ड्स टेस्ट में मेजबान टीम को हराकर सनसनी मचा दी। इस मैदान पर टीम इंडिया की 1986 और 2014 के बाद टेस्ट में सिर्फ तीसरी जीत थी। इस मैच में भारत ने जीत तरह से इंग्लैंड पर अपना शिकंजा कसा वह काबिले तारीफ था।
मुकाबले में भारत ने इंग्लैंड के सामने 272 रनों का लक्ष्य रखा लेकिन टीम इंडिया के तेज गेंदबाजों के आगे मेजबान के बल्लेबाजों की एक न चली और पूरी टीम महज 120 रन पर सिमट गई। इस तरह टीम इंडिया ने 151 रनों से मैच को जीतकर सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल।
भारत के लिए यह जीत इसलिए भी खास थी क्योंकि पहली पारी में इंग्लैंड के गेंदबाजी आक्रमण के आगे टॉप ऑर्डर बल्लेबाज पूरी तरह से बिखर गए थे। सिर्फ अजिंक्य रहाणे (61) ही टिक कर खेल पाए थे इसके अलावा मोहम्मद शमी (56) ने मैच में शानदार अर्धशतकीय पारी खेली थी।
5- रोहित के लिए बेमिसाल रहा 2021 का साल
लिमिटेड ओवरों में भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा के लिए साल 2021 बेहतरीन रहा। इस साल रोहित ने क्रिकेट तीनों फॉर्मेट में जमकर रन बनाए। बात करें टेस्ट क्रिकेट में रोहित ने इस फॉर्मेट में कुल 11 मैचों में 47.68 की औसत से 906 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने दो शतक और चार अर्धशतक लगाए। हालांकि इस साल रोहित वनडे में सिर्फ तीन बार ही मैदान पर उतरे जिसमें उन्होंने 3 मैच में 90 रन बनाए। इसके अलावा टी-20 में रोहित शर्मा ने 11 मैचों में 424 रन बनाए।
6- भारतीय महिलाओं ने जब रोका ऑस्ट्रेलिया का विजय रथ
साल 2021 में भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने अपने दमदार प्रदर्शन ऑस्ट्रेलिया के लगातार 26 वनडे मैचों में चले आ रहे जीत के विजय रथ को रोक कर कमाल कर दिया। 29 सितंबर 2021 को खेले गए मुकाबले में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 2 विकेट से हराकर सबको हैरान कर दिया। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने 9 विकेट के नुकसान पर 264 रनों का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया था। इस स्कोर के जवाब में भारत के लिए शेफाली वर्मा (56) ने टीम को शानदार शुरुआत दिलाई। इसके बाद यश्तिका भाटिया ने शानदार 64 रनों का योगदान दिया।
इसके अलावा दीप्ति शर्मा 31 और स्नेह राणा 30 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेलकर टीम को तीन गेंद शेष रहते ही जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। वहीं गेंदबाजी में झूलन गोस्वामी और पूजा वस्त्रावाकर ने तीन-तीन विकेट हासिल किए थे।
भारत ने अपनी इस जीत से ऑस्ट्रेलिया के लगातार 26 वनडे मैचों में जीतने के क्रम को थमा था।
7- भारत के तीसरे सबसे सफल गेंदबाज बने अश्विन
साल 2021 रविचंद्रन अश्विन के लिए काफी खास रहा। इस साल अश्विन गेंदबाजी में धमाल मचाते हुए भारत के लिए टेस्ट में सबसे अधिक विकेट लेने के मामले में तीसरे गेंदबाज गए। इस मामले में उन्होंने हरभजन सिंह को पीछे छोड़ा। हरभजन सिंह भारत के लिए टेस्ट में कुल 417 विकेट लिए जबकि अश्विन इस फॉर्मेट में 427 विकेट के साथ साल 2021 का अंत किया।
टेस्ट में भारत के लिए सबसे अधिक विकेट लेने के मामले में अनिल कुंबले (619) और कपिल देव (434) दूसरे स्थान पर कायम हैं।
8- श्रेयस अय्यर का ड्रीम डेब्यू
श्रेयस अय्यर को इसी साल नवंबर महीने में न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू का मौका मिला। कानपुर में खेले गए मैच में अय्यर ने डेब्यू करते हुए 105 रनों की शानदार शतकीय पारी खेली। इसके अलावा उन्होंने दूसरी पारी में भी 65 रनों की पारी खेलकर अपनी चमक बिखेरी।
इसके साथ ही अय्यर भारत के पहले बल्लेबाज भी बने जिन्होंने डेब्यू टेस्ट में शतक और अर्धशतक जड़ने का कारनामा किया। अय्यर भारत के सिर्फ तीसरे ऐसे बल्लेबाज बने जिन्होंने डेब्यू टेस्ट मैच की दोनों पारियों में 50+ का स्कोर बनाया है। इससे पहले दिलावर हुसैन और सुनील गावस्कर ही ये कारनामा करने में सफल हो पाए थे।
9- चेन्नई सुपर किंग्स ने जीता चौथा खिताब
कोरोना महामारी के कारण इंडियन प्रीमियर लीग 2021 को दो चरणों में आयोजित किया गया। पहला चरण भारत में खेला गया जबकि दूसरा यूएई में। दूसरे चरण में लीग की सबसे सफल फ्रेंचाइजी में से एक चेन्नई सुपर किंग्स ने फाइनल में कोलकाता नाइट राइडर्स को चौथी बार खिताब जीने का कारनामा किया।
आईपीएल में सबसे अधिक पांच बार खिताब जीतने का रिकॉर्ड मुंबई इंडियंस के नाम है।
10- साउथ अफ्रीका के खिलाफ जीत से हुआ साल 2021 का अंत
साल की शुरुआत भारत ने ऑस्ट्रेलिया को हराकर किया था और अंत उससे भी यादगार रहा। साल 2021 के अपने अंतिम टेस्ट मुकाबले में भारत ने साउथ अफ्रीका को 113 रन से हराया। इसके साथ ही भारत एशिया की पहली टीम भी बनी जिसने सेंचूरियन में साउथ अफ्रीका को हराने का कारनामा किया।