भारतीय टीम को यशस्वी जायसवाल के रूप में एक नया सितारा मिल गया है। वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज के पहले मुकाबले में टेस्ट डेब्यू करते हुए 21 वर्षीय युवा खिलाड़ी ने यादगार पारी खेली। यशस्वी जायसवाल ने दूसरे दिन पूरे 90 ओवर क्रीज पर समय बिताया और पहले दिन से वह लगातार बल्लेबाजी करते हुए तीसरे दिन के पहले घंटे में आउट हो गए। जायसवाल ने 387 गेंदों की अपनी पारी में 171 रन बनाए जिसमें 16 चौके और एक छक्का शामिल था। अपनी इस दमदार पारी के बावजूद जायसवाल एक बड़ा कारनामा करने से चूक गए। उन्हें अल्जारी जोसेफ ने विकेटकीपर जोशुआ डी सिल्वा के हाथों कैच आउट करवाकर उनकी इस पारी का अंत किया।
यशस्वी यह बड़ा कारनामा करने से चूके
यशस्वी जायसवाल 171 रन बनाकर पवेलियन लौटे और टीम इंडिया के लिए टेस्ट डेब्यू में तीसरा सबसे बड़ा स्कोर बनाने वाले खिलाड़ी बने। वह 6 रन से कप्तान रोहित शर्मा और 16 रन से शिखर धवन के रिकॉर्ड से पीछे रह गए। वहीं उनके पास टेस्ट डेब्यू में डबल सेंचुरी लगाकर पहले भारतीय बनने का मौका था, पर वह ऐसा नहीं कर पाए। अगर पूरी दुनिया की बात करें तो सिर्फ सात बल्लेबाज ही टेस्ट डेब्यू पर दोहरा शतक लगा पाए थे। अब यशस्वी जायसवाल इस खास लिस्ट में अपना नाम जोड़ने से चूक गए।
टेस्ट डेब्यू में भारत के लिए सबसे बड़ी पारी
- शिखर धवन- 187 रन बनाम ऑस्ट्रेलिया (2013, मोहाली)
- रोहित शर्मा- 177 रन बनाम वेस्टइंडीज (2013, कोलकाता)
- यशस्वी जायसवाल- 171 रन बनाम वेस्टइंडीज (2023, डोमिनिका)
- गुंडप्पा विश्वनाथ- 137 रन बनाम ऑस्ट्रेलिया (1969, कानपुर)
- पृथ्वी शॉ- 134 रन बनाम वेस्टइंडीज (2018, राजकोट)
यशस्वी जायसवाल ने बनाए यह रिकॉर्ड
यशस्वी जायसवाल जहां बड़ा कारनामा करने से चूक गए। वहीं उन्होंने इस पारी में कई रिकॉर्ड भी बनाए। उन्होंने डेब्यू टेस्ट की पारी में सबसे ज्यादा बॉल खेलने वाले भारतीय खिलाड़ी बनने का रिकॉर्ड बनाया। इससे पहले यह कारनामा 1984 में 39 साल पहले मोहम्मद अजहरुद्दीन ने 322 गेंदें खेलकर बनाया था। साथ ही वह भारत के लिए अब विदेशी सरजमीं पर सबसे बड़ा स्कोर बनाने वाले डेब्यूटेंट भारतीय बन गए हैं। इससे पहले यह रिकॉर्ड सौरव गांगुली के नाम था जिन्होंने 1996 में इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर टेस्ट डेब्यू करते हुए 131 रन बनाए थे।