Yashasvi Jaiswal Record: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज का चौथा मैच जारी है। इस बीच भारतीय टीम के स्टार सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने मैच की दूसरी पारी में एक बेहतर पारी खेली, लेकिन वे अपना शतक पूरा करने से चूक गए। हालांकि इतना जरूर हुआ कि उन्होंने अपनी पारी से वीरेंद्र सहवाग का करीब 16 साल पुराना रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिया। फिर भी वे पहले नंबर पर नहीं पहुंच पाए। सचिन तेंदुलकर और सुनील गावस्कर अभी भी उनसे आगे बने हुए हैं। ये इस साल का भारत का आखिरी मुकाबला है। इसलिए अब जायसवाल आगे निकल भी नहीं पाएंगे।
यशस्वी जायसवाल के लिए अच्छा गया है ये साल
यशस्वी जायसवाल के लिए ये साल काफी अच्छा गया है। कम की दफा ऐसा हुआ है, जब उनके बल्ले से रन नहीं निकले हों। जायसवाल ने पिछले साल जुलाई में वेस्टइंडीज के खिलाफ डेब्यू किया था, तब से लेकर अब तक लगातार खेल रहे हैं और कई नए नए कीर्तिमान रच रहे हैं। यशस्वी जायसवाल ने इस साल की आखिरी पारी में 84 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 208 बॉल का सामना किया। उनका स्ट्राइक रेट 40 के करीब का रहा। उन्होंने एक सधी हुई अपनी पारी के दौरान 8 चौके लगाए। हालांकि वे अपना शतक पूरा करने से चूक गए।
वीरेंद्र सहवाग से आगे निकले जायसवाल
इस साल यशस्वी जायसवाल ने टेस्ट क्रिकेट में 1478 रन बनाने का काम किया है। एक साल में सबसे ज्यादा टेस्ट रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज का रिकॉर्ड अभी भी सचिन तेंदुलकर के नाम है। उन्होंने साल 2010 में 1562 रन बना दिए थे। तब से लेकर अब तक ये रिकॉर्ड अटूट है। इससे पहले साल 1979 में सुनील गावस्कर ने 1555 रन बनाए थे, सचिन तेंदुलकर ने ही उनका रिकॉर्ड तोड़ा था। अब इस लिस्ट में जायसवाल तीसरे नंबर पर आ गए हैं। उन्होंने वीरेंद्र सहवाग को पीछे करने का काम किया है। सहवाग ने साल 2008 में 1462 और इसके बाद साल 2010 में 1422 रन बनाए थे। वे अब पीछे गए हैं। हालांकि उम्मीद जताई जा रही थी कि जायसवाल सुनील गावस्कर और सचिन तेंदुलकर को भी पीछे कर सकते हैं, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया।
भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया सीरीज का आखिरी मैच बाकी
भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया का आखिरी मैच अभी बाकी है, जो 3 जनवरी से यानी अगले साल से सिडनी में खेला जाएगा। ये मैच भी काफी ज्यादा अहम होने जा रहा है। खास तौर पर विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के लिहाज से। साउथ अफ्रीका की टीम पहले ही डब्ल्यूटीसी प्वाइंट्स टेबल में पहले नंबर पर है और उसने फाइनल के लिए अपनी सीट पक्की कर ली है। अब एक ही टीम की जगह बचती है, जो भारत और ऑस्ट्रेलिया में से कोई एक हो सकती है। यानी आगे का मुकाबला काफी कड़ाकेदार होगा।
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