भारतीय क्रिकेटर्स हाल ही में 29 मई के बाद आईपीएल 2023 से फ्री हुए थे। फिर 7 जून से होने वाले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के लिए 15 सदस्यीय टीम के खिलाड़ी लंदन रवाना होने लगे। इस दौरान अब टीम के पास मुश्किल से 8 दिन ट्रेनिंग के लिए बचे हैं। इसी बीच आईसीसी ने इस महामुकाबले के लिए कूकाबुरा की जगह ड्यूक बॉल से मुकाबला करवाने का फैसला लिया है। इस पर अब टीम इंडिया के एक खिलाड़ी ने बताया है कि, वह आईपीएल के बीच से ही ड्यूक बॉल की प्रैक्टिस कर रहे थे। लिहाजा यह कहना गलत नहीं होगा कि टीम इंडिया के खिलाड़ी आईपीएल जरूर खेल रहे थे लेकिन कहीं ना कहीं प्रैक्टिस WTC फाइनल की पहले से ही शुरू हो चुकी थी।
स्टार ऑलराउंडर अक्षर पटेल ने इसको लेकर बयान दिया और कहा कि, टी20 फॉर्मेट में खेलकर सबसे लंबे फॉर्मेट के अनुरूप ढलना मुश्किल है। आईपीएल के दौरान लाल गेंद से अभ्यास करने से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल में सामंजस्य बैठाने में मदद मिलेगी। भारतीय टीम के अधिकतर खिलाड़ी दो महीने से अधिक समय तक आईपीएल में टी20 क्रिकेट खेलने के बाद डब्ल्यूटीसी फाइनल में उतरेंगे। इसके अलावा भारत में जहां टेस्ट क्रिकेट में एसजी गेंदों का उपयोग होता है तो वहीं डब्ल्यूटीसी फाइनल में ड्यूक गेंद का इस्तेमाल किया जाएगा। भारत हालांकि दोहरी चुनौतियों के लिए अच्छी तरह से तैयार है। इंग्लैंड में इस्तेमाल होने वाली ड्यूक गेंदों से सामंजस्य बैठाने पर भारतीय टीम ने काम किया है।
IPL में भी हो रही थी WTC की तैयारी!
अक्षर ने इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) के प्रोग्राम में बात करते हुए कहा कि, हम इसके बारे में आईपीएल शुरू होने से पहले ही जानते थे इसलिए आईपीएल के दौरान भी चर्चा होती थी कि हम लाल गेंद से गेंदबाजी करेंगे। हमारे पास लाल गेंदें थीं इसलिए हम उनका इस्तेमाल कर रहे थे। आप जानते हैं कि कब और कैसे खेलना है, आपके पास कितना समय है। सफेद गेंद से लाल गेंद की ओर मानसिक रूप से बदलाव करना स्पष्ट रूप से कठिन है लेकिन हमारे पास पर्याप्त समय है। हम सफेद गेंद से लाल गेंद में बदलाव कर रहे हैं। यह एसजी से ड्यूक गेंद में बदलाव करने के समान ही है। आपको अपनी प्रतिभा और कौशल का उपयोग करना होगा। आपको अपनी योजना को लागू करना होता है और गेंदबाजी लय हासिल करनी होती है। गेंद चाहे कोई भी हो, अगर आप सही लाइन और लेंथ के साथ गेंदबाजी करते हैं तो यह काम करता है। हम यही कर रहे हैं। मैच इंग्लैंड में है, जहां के हालात भारत से अलग हैं, तो हम योजना बना रहे हैं कि यहां कौन सी लाइन और लेंथ काम करेगी।
IPL के बाद कैसे इंग्लैंड में सामंजस्य बिठाएगी टीम?
आपको बता दें कि भारतीय खिलाड़ियों का पहला दल पिछले हफ्ते की शुरुआत में लंदन पहुंचा था जिसमें विराट कोहली और अक्षर जैसे खिलाड़ी शामिल थे। अक्षर ने कहा, जो लोग (आईपीएल प्ले ऑफ के लिए) क्वालीफाई नहीं कर पाए उन्हें अधिक समय मिला। इसलिए मुझे नहीं लगता कि कोई समस्या होगी क्योंकि हमारे पास तैयारी के लिए पर्याप्त समय है। अंतर यह है कि ड्यूक गेंद अधिक समय तक चमकदार रहती है लेकिन आईपीएल के दौरान हमने गेंद मंगवाई थी इसलिए हम इसके साथ अभ्यास कर रहे थे और इसके आदी हो गए थे। हम आईपीएल खेलकर आए थे जहां भारत में तापमान 40-45 डिग्री था। उसके बाद यहां बहुत अच्छा लग रहा है। हमने अपने सर्दियों के कपड़े निकाल लिए हैं और जंपर्स पहनकर घूम रहे हैं। थोड़ी हवा भी चल रही है। हम जब भी ब्रिटेन आते हैं तो हम मौसम का आनंद लेते हैं। यहां थोड़ा ठंडा रहता है, गर्मी नहीं होती है। जाहिर है, भारत और इंग्लैंड में स्थितियां अलग हैं। तेज गेंदबाजों की यहां अधिक भूमिका है। भारत में स्पिनर अधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। दोनों टीमों के लिए परिस्थितियां समान हैं। इंग्लैंड में हवा स्विंग गेंदबाजी में मदद करती है और अगर आप सही जगह पर गेंदबाजी करते हैं तो अच्छा उछाल मिलता है।
दोनों टीमों का स्क्वॉड
भारत: रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे, केएस भरत (विकेटकीपर), रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा, अक्षर पटेल, शार्दुल ठाकुर, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, उमेश यादव, जयदेव उनादकट, इशान किशन (विकेटकीपर)।
स्टैंडबाय: यशस्वी जायसवाल, मुकेश कुमार, सूर्यकुमार यादव
ऑस्ट्रेलिया: पैट कमिंस (कप्तान), स्कॉट बोलैंड, एलेक्स केरी (विकेटकीपर), कैमरन ग्रीन, मार्कस हैरिस, जोश हेज़लवुड, ट्रैविस हेड, जोश इंगलिस (विकेटकीपर), उस्मान ख्वाजा, मार्नस लाबुशेन, नाथन लियोन, टॉड मर्फी, स्टीव स्मिथ (उपकप्तान), मिशेल स्टार्क, डेविड वॉर्नर।
स्टैंडबाय: मिचेल मार्श, मैथ्यू रेनशॉ