भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बुधवार 7 जून से ओवल क्रिकेट ग्राउंड में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) का फाइनल मुकाबला खेला जाएगा। इस महामुकाबले की पूर्व संध्या पर कप्तान रोहित शर्मा ने मीडिया से बातचीत की। इस दौरान हर किसी के जहन में एक ही सवाल था कि, रोहित प्लेइंग 11 और टीम बैलेंस पर क्या कहते हैं। साथ ही मंगलवार को प्रैक्टिस के दौरान उनके अंगूठे में चोट लगी थी लोग उनकी उपलब्धता भी जानना चाह रहे थे। फिलहाल प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भारतीय कप्तान ने इंजरी पर तो कोई अपडेट नहीं दिया लेकिन वह सहज नजर आ रहे थे। वहीं प्लेइंग 11 के बारे में अश्विन से जुड़ा सवाल पूछे जाने पर रोहित का जवाब सुर्खियां बटोरने वाला था।
दरअसल इस फाइनल मुकाबले में टीम इंडिया के सामने चिंता इस बात की है कि दो स्पिनरों के साथ उतरा जाए या फिर चार पेसर। टीम बैलेंस को लेकर रोहित से सवाल पूछा गया कि वह किस समीकरण के साथ जाएंगे। उनसे अश्विन को लेकर डायरेक्ट सवाल किया गया। जिसका रोहित शर्मा ने स्पष्ट जवाब दिया। हालांकि, भारतीय कप्तान ने प्लेइंग 11 पर खुलासा नहीं किया। पर दो टूक यह जरूर कह दिया कि, वह यह नहीं कह रहे कि अश्विन नहीं खेलेंगे। उनके मुताबिक दिग्गज स्पिनर पर फैसला अंतिम दिन ही होगा। पिच को लेकर जरूर रोहित ने कहा कि यह दिन प्रतिदिन बदलती जा रही है।
'...अश्विन नहीं खेलेंगे'
रोहित से जब पूछा गया कि क्या अश्विन को बाहर करना मुश्किल फैसला होगा, इसका दो टूक जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि, मैंने यह तो नहीं कहा कि अश्विन नहीं खेलेंगे। हमें कल तक इंतजार करना होगा क्योंकि एक चीज मैंने देखी है कि पिच वास्तव में दिन प्रतिदिन बदलती जा रही है। पिच आज जैसी है हो सकता है कि कल वह उससे भिन्न हो। इसलिए सभी 15 खिलाड़ियों के लिए स्पष्ट संदेश है कि सभी को खेलने के लिए तैयार रहना चाहिए। पिच में अभी घास दिख रही है और अगर सुबह बादल छाए रहते हैं तो अतिरिक्त तेज गेंदबाज के साथ उतरना फायदेमंद हो सकता है। यानी अगर अतिरिक्त पेसर खेलता है तो अश्विन के खेलने की उम्मीदें काफी कम हैं। यानी इशारों-इशारों में रोहित ने जवाब दे दिया। क्योंकि रवींद्र जडेजा को उनकी बल्लेबाजी के कारण अश्विन से ऊपर तरजीह मिलेगी।
कैसा है ओवल की पिच का मिजाज?
रोहित शर्मा से जब ओवल की पिच के बार में पूछा गया तो वह बोले कि, मैंने कल पिच देखी थी, आज (मंगलवार 6 जून को) मुझे इसका मौका नहीं मिला लेकिन निश्चित तौर पर लग रहा है कि उससे तेज गेंदबाजों को थोड़ा मदद मिलेगी। बादल छाए रहने पर तेज गेंदबाज थोड़ा प्रभावी साबित हो सकते हैं। हम सुन रहे हैं यहां जून में बहुत अधिक क्रिकेट नहीं खेली जाती है। काउंटी के मैच यहां खेले गए हैं। हमने देखा था कि दो सप्ताह पहले यहां मैच खेला गया था। ऐसा नहीं है कि इस मैदान पर यह इस सत्र का पहला मैच होगा। हम इससे अच्छी तरह वाकिफ हैं कि परिस्थितियां कैसी हैं और अगले पांच दिन में क्या होने वाला है। साथ ही भारतीय कप्तान ने यह साफ कर दिया कि वह पिछले फाइनल की गलतियों को नहीं दोहराना चाहेंगे और इस बार उसके लिए खास रणनीति बनाकर उतरेंगे।