भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 7 जून से लंदन के ओवल में होने वाले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल को शुरू होने में करीब 5 दिन शेष रह गए हैं। उससे पहले जहां रोहित शर्मा की ब्रिगेड ने कड़ा अभ्यास करना शुरू कर दिया है। वहीं कप्तान की नजरें होंगी 10 साल के आईसीसी के खिताब के सूखे को खत्म करने पर। इसके लिए उन्होंने साल 2021 के WTC फाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ मिली हार के दौरान हुई गलतियों पर भी गौर करना शुरू कर दिया होगा। निश्चित ही भारतीय कप्तान अब उन गलतियों को दोबारा ना दोहराकर इतिहास रचने के इरादे से उतरेंगे। गौरतलब है कि WTC के पहले संस्करण में भारतीय टीम रनर अप रही थी और फाइनल में न्यूजीलैंड ने उसे मात दी थी।
टीम इंडिया ने हाल ही में फरवरी-मार्च में हुई बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया को 2-1 से हराया था। उसका एडवांटेज निश्चित ही भारतीय टीम के पास होगा। वहीं अगर ऑस्ट्रेलिया की बात करें तो उसकी गेंदबाजी इंग्लैंड की पिच के अनुकूल साबित हो सकती है। लेकिन मोहम्मद सिराज, मोहम्मद शमी, उमेश यादव जैसे भारतीय गेंदबाज भी किसी से कम नहीं हैं और वह 10 साल के सूखे को खत्म करने में कोई कमी नहीं छोड़ना चाहेंगे। टीम इंडिया ने साल 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी एमएस धोनी की कप्तानी में जीती थी उसके बाद से कोई भी आईसीसी खिताब टीम नहीं जीत पाई है। अब सभी की उम्मीद और नजरें रोहित शर्मा की इस टीम पर हैं।
इन गलतियों से सीखना चाहेगी टीम इंडिया
- टीम कॉम्बिनेशन: पिछली WTC फाइनल में टीम इंडिया के कॉम्बिनेशन पर कई सवाल उठे थे। दो स्पिनर्स को मौका दिया गया था और तीन पेसर थे। वहीं कीवी टीम के पास पांच तेज गेंदबाजी के ऑप्शन थे। जिस कारण भारतीय टीम को नुकसान उठाना पड़ा था।
- निचले क्रम पर पकड़: दरअसल पिछली बार भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड के टॉप ऑर्डर को आउट करने के बाद निचले क्रम में काफी रन लीक कर दिए थे। टिम साउदी और काइल जैमीसन ने उपयोगी पारियां खेली थीं। उस मैच में ही नहीं पिछले सालों में कई जगह ऐसा दिखा है कि टीम इंडिया ने निचले क्रम को आउट करने में परेशानियां झेली हैं। तो रोहित इस समस्या को दूर कर इतिहास रचना चाहेंगे।
- बल्लेबाजों को टिकना होगा: पिछले फाइनल में भारतीय टीम के किसी भी बल्लेबाज ने अर्धशतक नहीं लगाया था। सभी खिलाड़ी टिकने में विफल हुए थे। ऐसे में ओवल के मैदान पर खिलाड़ियों को समय बिताना होगा और पारी को आगे बढ़ाना होगा।
- कैचिंग पर ध्यान: टीम इंडिया को स्लिप सहित कई जगहों पर कैचिंग की खास प्रैक्टिस करनी होगी। पिछले फाइनल में रॉस टेलर और केन विलियमसन का कैच छोड़ना टीम को भारी पड़ा था। इंग्लैंड में बॉल स्विंग होती है और ऐसे में स्लिप और गली के क्षेत्र में कैच ज्यादा जा सकते हैं।
- रोहित शर्मा पर नजर: पिछले फाइनल में कप्तान विराट कोहली कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाए थे। इस बार फाइनल ओवल में है वहां भी विराट का रिकॉर्ड अच्छा नहीं है। वहीं रोहित शर्मा ने यहां पिछली बार शतक लगाया था। ऐसे में कप्तान के ऊपर कप्तानी पारी खेलने की उम्मीदें होंगी।
WTC फाइनल के लिए टीम इंडिया का स्क्वॉड
रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे, केएस भरत (विकेटकीपर), रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा, अक्षर पटेल, शार्दुल ठाकुर, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, उमेश यादव, जयदेव उनादकट, इशान किशन (विकेटकीपर)।
स्टैंडबाय: यशस्वी जायसवाल, मुकेश कुमार, सूर्यकुमार यादव