WTC Final 2023 IND vs AUS : टीम इंडिया एक और आईसीसी खिताब से चूकती हुई नजर सी आ रही है। हालांकि डब्ल्यूटीसी के फाइनल में अब तक दो ही दिन का खेल हुआ है, लेकिन भारतीय टीम इतने पीछे चल रही है कि वहां से पहले बराबरी करना और उसके बाद आगे निकलना कोई आसान काम नहीं है। करीब दस साल बाद रोहित शर्मा की कप्तानी वाली भारतीय टीम से उम्मीद की जा रही थी कि आईसीसी खिताब का जो सूखा पड़ा था, वो अब खत्म हो जाएगा, लेकिन अब ऐसा नजर नहीं आता। हालांकि उम्मीद नहीं हारनी चाहिए। इस बीच टीम इंडिया का अभी भी खिताब को घर लाने का सपना पूरा हो सकता है, लेकिन ये राह बहुत कठिन है और अगर जरा सी भी चूक हुई तो खेल खराब हो सकता है।
टीम इंडिया के लिए अभी बंद नहीं हुए हैं खिताब जीतने के रास्ते
डब्ल्यूटीसी का खिताब भारतीय टीम कैसे घर ला सकती है, चलिए जरा इसे समझने की कोशिश करते हैं। अभी तक विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में दो दिन का खेल हो चुका है और भारतीय टीम पीछे चल रही है। दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक टीम इंडिया पांच विकेट के नुकसान पर 151 रन बना चुकी थी। वहीं ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में 469 रन बनाए थे। यानी अब टीम इंडिया को फॉलोआन से बचने क लिए 270 रन बनाने होंगे। यहां से देखें तो करीब 120 रन और। अभी अजिंक्य रहाणे और केएस भरत क्रीज पर हैं, वहीं शार्दुल ठाकुर और उमेश यादव भी ठीकठाक बल्लेबाजी कर सकते हैं। ऐसे में 120 रन बहुत ज्यादा नहीं हैं। अगर ये लक्ष्य हासिल हो गया तो फिर ऑस्ट्रेलिया को दूसरी पारी में फिर से बल्लेबाजी करनी होगी। ऑस्ट्रेलिया के पास करीब 200 रनों लीड होगी। भारतीय टीम अगर तीसरा पूरा दिन खेलकर निकाल देती है तो दो दिन का खेल और बचा होगा। इसके बाद जब ऑस्ट्रेलिया दूसरी पारी में बल्लेबाजी करेगी तो उसे 200 से 250 रन तक तो कम से कम बनाने ही होंगे, ताकि भारत के सामने बड़ा लक्ष्य रखा जा सके। यानी चौथे दिन हो सकता है कि पूरे दिन ऑस्ट्रेलिया को बल्लेबाजी करनी पड़े। यानी चार दिन का खेल पूरा हो जाएगा। इसके बाद बचेगा आखिरी दिन। यानी अगर टीम इंडिया पूरा दिन खेलकर निकाल देती है तो फिर मैच ड्रॉ की ओर चल जाएगा।
मैच ड्रॉ हुआ तो भारत और ऑस्ट्रेलिया बन सकते हैं ज्वाइंट विनर
आईसीसी की ओर से पहले ही ऐलान किया जा चुका है कि अगर मैच बराबरी यानी ड्रॉ पर खत्म होता है तो विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की अंक तालिका पर नजर नहीं रखी जाएगी, दोनों टीमों को ज्वाइंट विनर घोषित कर दिया जाएगा। यानी भारतीय टीम हारेगी नहीं और संयुक्त रूप से ही सही, कम से कम आईसीसी खिताब का जो सपना है, वो अूधरा नहीं रहेगा। हालांकि हमने आपको जो समीकरण बताए हैं, वो काफी मुश्किल हैं, ऐसे में न केवल पहली पारी में बचे हुए पांच बल्लेबाजों को बल्कि दूसरी पारी में भारतीय गेंदबाजों को भी पहले से काफी बेहतर प्रदर्शन करना होगा, तभी ये संभव हो पाएगा। अगर हमने जो बातें ऊपर बताई हैं, वो नहीं होता है तो फिर खिताब की बात छोड़ दीजिए। वहीं अगर कहीं फाइनल में टीम इंडिया के सामने फॉलोआन का संकट आ गया तो फिर तो से कोई बचा ही नहीं सकता।
द ओवल में चौथे और पांचवें दिन बारिश की भी संभावना
इस बीच मैच के चौथे और पांचवें दिन बारिश की भी आशंका जताई जा रही है। हालांकि इससे बचने के लिए आईसीसी ने रिजर्व डे का इंतजाम कर रखा है, यानी 12 जून को भी मुकाबला हो सकता है, ऐसे में अगर आप ये सोच रहे हैं कि बारिश से आने से कुछ मदद हो जाएगी तो गलत हैं। हां, इतना जरूर है कि अगर छठे दिन भी बारिश होती है और दोनों टीमों की दो दो पारियां पूरी नहीं हो पाती हैं तो ही मैच ड्रॉ होगा, लेकिन छठे दिन बारिश की संभावना न के बराबर है, ऐसे में खतरा अभी भी बना हुआ है। टीम इंडिया को चाहिए कि बारिश के भरोसे न रहकर अपने प्रदर्शन में यहां से भी सुधार किया जाए तो हार को टाला जा सकता है।