WTC 2023 IND vs AUS : विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल इंग्लैंड के द ओवल में शुरू हो गया है। करीब दो साल बाद फिर से भारतीय टीम डब्ल्यूटीसी का फाइनल खेल रही है। पहली बार जब टीम इंडिया का मुकाबला न्यूजीलैंड से हुआ था, तब हार मिली थी, लेकिन एक बार फिर से उम्मीद जागी है कि करीब दस साल बाद एक और आईसीसी का खिताब घर आए। इस बीच भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया है। टीम इंडिया ने साल 2013 में आखिरी बार आईसीसी की ट्रॉफी जीती थी, तब से लेकर अब तक दस साल बीत गए हैं और खिताब का सूखा पड़ा हुआ है। इस बीच रोहित शर्मा ने करीब आठ साल बाद एक ऐसा टोटका अपनाया है, जो भारतीय टीम को जीत दिला सकता है।
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर चुनी गेंदबाजी
दरअसल टीम इंडिया जब भी टेस्ट में टॉस जीतती है तो हमेशा पहले बल्लेबाजी ही करती है। टॉस हारने के बाद तो विरोधी कप्तान जो भी फैसला करे, उसे मानना पड़ता है। आज भी यही उम्मीद की जा रही थी कि रोहित शर्मा अगर टॉस जीतेंगे तो पहले बल्लेबाजी का फैसला करेंगे, लेकिन सारी उम्मीदों को धता बताते हुए कप्तान रोहित शर्मा ने पहले गेंदबाजी का फैसला किया। आपको जानकर ताज्जुब होगा कि भारतीय टीम किसी टेस्ट में टॉस जीतने के बाद 2015 के बाद पहली बार गेंदबाजी कर रही है। ये आंकड़े हम घर और विदेश में गए के आधार पर कह रहे हैं। भारतीय टीम ने साल 2015 में बेंगलुरु में साउथ अफ्रीका के खिलाफ टॉस जीता और पहले गेंदबाजी की थी। तब भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली थे। हालांकि ये मैच पूरा नहीं हो पाया था और ड्रॉ पर खत्म हुआ था। इसके बाद से अब तक जब भी किसी कप्तान ने टॉस जीता है पहले बल्लेबाजी की है। अब आठ साल बाद अपनाए गए इस टोटके से दस साल बाद खिताब का सूखा खत्म होगा कि नहीं, ये देखना दिलचस्प होगा।
सिराज ने दिया ऑस्ट्रेलियाई टीम को पहला झटका
रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर जो पहले गेंदबाजी का फैसला किया है, उसे टीम इंडिया के तेज गेंदबाजों काफी हद तक सही भी साबित किया। भारत की ओर से मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज ने नई गेंद से हरी पिच पर गेंदबाजी शुरू की और ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाजों को रनों के लिए तरसा दिया था। पहले और दूसरे ओवर में इन्होंने एक भी रन नहीं बनने दिया और मेडन ओवर निकाल दिया। तीसरे ओवर में उनका खाता खुलता है। इसके बाद चौथे ओवर में ऑस्ट्रेलिया का पहला विकेट चला गया। सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा बिना खाता खोले दस गेंद खेलकर पवेलियन लौट गए। उन्हें सिराज ने श्रीकर भरत के हाथों कैच कराया। सिराज की गेंद 144 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से जाती है और गेंद बल्ले का बाहरी किनारा लेकर श्रीकर भरत के ग्लब्स में समा जाती है। इसके साथ ही कंगारू टीम को पहला झटका लगता है। हालांकि इसके बाद अब दूसरे सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर और मार्नस लाबुशेन अच्छी बल्लेबाजी करते हुए दिख रहे हैं।