WTC Final 2023 IND vs AUS : विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में अब महज पांच ही दिन का वक्त बचा हुआ है। टेस्ट क्रिकेट का विश्व कप कहे जाने वाले डब्ल्यूटीसी के फाइनल में भारत और ऑस्ट्रेलिया की टीमें आमने सामने होने जा रही हैं। सात जून को दोपहर तीन बजे से इंग्लैंड के द ओवल में खेल शुरू हो जाएगा। रोहित शर्मा दूसरी बार किसी आईसीसी टूर्नामेंट में टीम इंडिया की कप्तानी कर रहे हैं, वहीं ऑस्ट्रेलियाई टीम की कमान पैट कमिंस के हाथ में होगी। अब पूरी टीम इंडिया इंग्लैंड के द ओवल पहुंच चुकी है और तैयारी का क्रम जोरों पर है। इस बीच आईसीसी टूर्नामेंट के फाइनल में 20 साल बाद बड़ा कारनामा होने जा रहा है। इसमें भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनों टीमें शामिल हैं।
साल 2003 के विश्व कप में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच हुई थी खिताबी भिड़ंत
याद कीजिए साल 2003 का विश्व कप। उसमें सौरव गांगुली की कप्तानी में टीम इंडिया फाइनल में पहुंची थी, वहीं ऑस्ट्रेलियाई टीम रिकी पोंटिंग की कप्तानी में फाइनल में एंट्री करने में कामयाब रही थी। अब उसके ठीक 20 साल बाद ऐसा हो रहा है, जब भारत और ऑस्ट्रेलिया की टीमें आईसीसी टूर्नामेंट में खिताब के लिए भिड़ती हुई नजर आएंगी। हालांकि ये बात और है कि उस साल यानी 2003 में टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा था और 1983 के वनडे विश्व कप के बाद एक और खिताब जीतने की उम्मीदों पर पानी फिर गया है। लेकिन अब रोहित शर्मा के पास मौका है कि जो काम सौरव गांगुली नहीं कर पाए, वही काम रोहित शर्मा करें। हालांकि उनके लिए ये आसान काम नहीं होगा, लेकिन फिर भी जब तक रिजल्ट न आ जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता। भारत के पास इस वक्त जो टॉप के टेस्ट खिलाड़ी हैं, वो डब्ल्यूटीसी फाइनल के लिए चुने गए हैं और अगर बड़ा करिश्मा हो जाए तो चौंकिएगा नहीं।
आईसीसी डब्ल्यूटीसी प्वाइंट्स टेबल में ऑस्ट्रेलिया नंबर 1, टीम इंडिया नंबर दो पर
आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के प्वाइंट्स टेबल में नंबर वन रही टीम ऑस्ट्रेलिया और नंबर दो की हैसियत से टीम इंडिया ने फाइनल के लिए क्वालीफाई किया है। इसमें से जो भी टीम फाइनल में बेहतर खेल का प्रदर्शन करेगी, वो खिताब जीत जाएगी। इस बीच आपको याद ही होगा कि साल 2021 में भी टीम इंडिया ने डब्ल्यूटीसी के फाइनल में एंट्री की थी, वहां उसका मुकाबला न्यूजीलैंड से हुआ, लेकिन टीम इंडिया का एक और खिताब जीतने का सपना पूरा नहीं हो पाया था। तब विराट कोहली टीम इंडिया के कप्तान थे, वहीं न्यूजीलैंड की कमान केन विलियमसन के हाथ में थी। अब टीम इंडिया ऐसी पहली टीम बन गई है, जो डब्ल्यूटीसी के पहले दो संस्करण में फाइनल में पहुंचने में कामयाब रही है। उम्मीद की जानी चाहिए कि कम से कम इस बार तो फाइनल जीतकर एक और आईसीसी का खिताब घर लाया जाए। ताकि दस साल से पड़ा आईसीसी ट्रॉफी का सूखा खत्म किया जाए। देखना होगा कि टीम इंडिया इस मुकाबले में जब सात जून को मैदान में उतरेगी तो कैसा प्रदर्शन करती है।