महिला प्रीमियर लीग (WPL) के पहले सीजन के एलिमिनेटर में मुंबई इंडियंस की टीम यूपी वॉरियर्स को 72 रनों से हराकर फाइनल में पहुंच गई। हरमनप्रीत कौर की अगुआई वाली मुंबई इंडियंस की जीत में अहम योगदान निभाया इंग्लैंड की मीडियम पेस बॉलर इस्सी वोंग ने। उन्होंने इस लीग के इतिहास की पहली हैट्रिक लेकर अपना नाम सुनहरे अक्षरों में दर्ज करवा लिया है। अब कितने भी सीजन आने वाले सालों में हो जाएं और आगे कितनी भी हैट्रिक ले ली जाएं लेकिन इस्सी वोंग का नाम हमेशा याद रखा जाएगा। जिस तरह हमें आज भी याद है कि आईपीएल (Indian Premier League) के इतिहास में किसने पहली बार ऐसा किया था?
जब कोई भी चीज पहली बार होती है तो उसका महत्व ही अलग होता है। ठीक उसी तरह है WPL और IPL में पहली हैट्रिक लेने का रिकॉर्ड। महिला प्रीमियर लीग के इतिहास में यह रिकॉर्ड अब मुंबई इंडियंस की इस्सी वोंग के नाम दर्ज हो गया है। वहीं अगर पुरुष लीग की बात करें जिसकी शुरुआत 2008 में हुई थी उसमें यह रिकॉर्ड भारत के एक पूर्व गेंदबाज के नाम दर्ज है। खास बात यह है कि उन्होंने भी पहले ही सीजन यानी 2008 में ही यह कारनामा कर दिखाया था। उसके बाद से अब तक आईपीएल में कुल 21 हैट्रिक लग चुकी हैं। हाल ही में आईपीएल 2022 में युजवेंद्र चहल ने यह कारनामा कर दिखाया था।
IPL में किसने ली थी पहली हैट्रिक?
आईपीएल के इतिहास में पहली हैट्रिक लेने का रिकॉर्ड पूर्व भारतीय पेसर लक्ष्मीपति बालाजी के नाम दर्ज है। यह हैट्रिक उन्होंने 2008 के पहले सीजन में पंजाब किंग्स के खिलाफ ली थी। वह उस समय चेन्नई सुपर किंग्स का हिस्सा थे। वो मुकाबला चेन्नई में खेला गया था और उन्होंने इरफान पठान, पीयूष चावला, वीआरवी सिंह को आउट कर अपना नाम सुनहरे अक्षरों में दर्ज करवाया था। उसके बाद 20 हैट्रिक लग चुकी हैं लेकिन उनका नाम 15 साल के बाद आज भी हर किसी को याद है। ऐसा ही कारनामा WPL में इस्सी वोंग ने कर दिखाया है।
इस्सी वोंग ने मुंबई को फाइनल में पहुंचाया
इंग्लिश पेसर इस्सी वोंग ने एलिमिनेटर मुकाबले में 4 ओवर में 15 रन देकर चार विकेट झटके और मुंबई की जीत में शानदार भूमिका निभाई। उन्होंने सबसे पहले यूपी की कप्तान और ओपनर एलिसा हीली को पवेलियन का रास्ता दिखाया था। उसके बाद 13वें ओवर में इस्सी ने पहले सेट बैटर किरण नावगिरे, फिर सिमर शेख और सोफी एक्लेस्टोन को पहली-पहली गेंद पर चलता करते हुए ऐतिहासिक हैट्रिक ली। उनकी इस चमत्कारी गेंदबाजी के कारण यूपी की टीम 183 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए महज 110 रनों पर सिमट गई। मुंबई इंडियंस की टीम इसी के साथ फाइनल में पहुंची जहां रविवार 26 मार्च को उसका मुकाबला दिल्ली कैपिटल्स के साथ होगा।