WTC Table: ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के बीच जारी बॉक्सिंग डे टेस्ट में तीन दिनों का खेल हो चुका है और यह मैच पूरी तरह से मेजबानों की गिरफ्त में है। मैच की इस स्थिति ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के टेबल में कुछ अच्छे तो कुछ बुरे बदलावों के लिए मंच तैयार कर दी है। तीसरे दिन स्टंप्स तक साउथ अफ्रीका ने दूसरी पारी में एक विकेट पर 15 रन बनाए और वह ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी के स्कोर से 371 रन पीछे है। यह हालात प्रोटियाई टीम की हार के संकेत दे रहे हैं जिसमें भारतीय टीम के लिए एक बड़ी खुशखबरी छिपी हुई है। अगर डीन एल्गर की कप्तानी वाली साउथ अफ्रीका की टीम इस मुकाबले को गंवाती है तो टीम इंडिया का वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल में पहुंचना काफी हद तक पक्का हो जाएगा।
साउथ अफ्रीका की हार से भारत का काम होगा आसान
मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) में खेले जा रहे बॉक्सिंग डे टेस्ट की पहली पारी में साउथ अफ्रीका ने 189 रन बनाए थे। इसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने 8 विकेट पर 575 रन बनाकर पारी घोषित की यानी उसे 386 रन की लीड मिली। डेविड वॉर्नर के दोहरे शतक के बाद एलेक्स कैरी ने भी एमसीजी में ऐतिहासिक शतक लगाया। वह बॉक्सिंग डे टेस्ट में सेंचुरी लगाने वाले पहले ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर बल्लेबाज बने। ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों के इस जबरदस्त प्रदर्शन ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के टेबल में जहां अफ्रीकी टीम के लिए पूरे समीकरण को बिगाड़ दिए वहीं भारतीय टीम का काम आसान हो गया। एल्गर एंड कंपनी का बल्ले से मौजूदा फॉर्म का इशारा साफ है, WTC के टेबल में उसके लिए अब भारत को पीछे छोड़ना लगभग नामुमकिन साबित हो सकता है।
ऑस्ट्रेलिया की जीत से भारत की फाइनल की दावेदारी होगी मजबूत
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के टेबल में फिलहाल ऑस्ट्रेलिया 76.92 परसेंटेज पॉइंट के साथ पहले नंबर पर है और उसका फाइनल में पहुंचना तय है। बांग्लादेश का 2-0 से सूपड़ा साफ करने वाली टीम इंडिया टेबल में 58.93 परसेंटेज पॉइंट के साथ दूसरे नंबर पर है और वह फिलहाल फाइनल में पहुंचने की बड़ी दावेदार है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज के पहले तक दूसरे पायदान पर खड़ी साउथ अफ्रीका की टीम पहला टेस्ट गंवाकर 54.55 परसेंटेज पॉइंट के साथ तीसरे नंबर पर खिसक चुकी है। फिलहाल अफ्रीकी टीम भारत के मुकाबले 4 परसेंटेज पॉइंट पीछे है। अगर तमाम संभावनाओं के मुताबिक उसे बॉक्सिंग डे टेस्ट में भी शिकस्त मिलती है तो ये अंतर और बड़ा हो जाएगा। यानी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में खेलने की भारत की दावेदारी और बढ़ जाएगी।