वर्ल्ड कप 2023 का आयोजन भारत में होना है जिसके लिए भारत समेत आठ टीमें पहले से ही मेन राउंड में जगह बना चुकी हैं। वहीं बचे हुए दो स्थानों के लिए क्वालीफायर राउंड खेला जा रहा है। जिम्बाब्वे में जारी इस राउंड में 10 टीमें हिस्सा ले रही थीं जिसमें से अब चार का पत्ता कट चुका है। जबकि श्रीलंका समेत छह टीमों ने सुपर सिक्स में जगह बना ली है। रविवार को आयरलैंड के खिलाफ 133 रनों से शानदार जीत दर्ज करते हुए 1996 की वर्ल्ड चैंपियन टीम अब सुपर सिक्स में पहुंच गई है। 29 जून से इस राउंड का आगाज होगा और 9 जुलाई को इस क्वालीफायर टूर्नामेंट का फाइनल खेला जाएगा।
करुणारत्ने ने खेली शतकीय पारी
इस मैच की बात करें तो पहले खेलते हुए श्रीलंका की टीम 49.5 ओवर में 325 रन बनाकर ऑलआउट हो गई। ओपनर दिमुथ करुणारत्ने ने 103 रनों की शानदार पारी खेली। उनके अलावा समारविक्रमा ने भी 82 रन बनाए। इसके बाद गेंदबाजी करते हुए वानिंदु हसरंगा के पंजे से आयरिश टीम बच नहीं पाई। आयरलैंड की पूरी टीम महज 31 ओवर खेली और 192 पर ही ढेर हो गई। वानिंदु हसरंगा ने 10 ओवर में 79 रन देकर पांच विकेट झटके। वहीं महीश तीक्षणा को दो सफलताएं मिली। इसके अलावा कसुन रजिता, लाहिरु कुमारा और दासुन शनाका ने 1-1 विकेट अपने नाम किया।
इन टीमों ने किया क्वालीफाई
आपको बता दें कि क्वालीफायर राउंड के लीग स्टेज की बाधा पार करते हुए 6 टीमों ने सुपर सिक्स के लिए क्वालीफाई कर लिया है। ग्रुप ए से जिम्बाब्वे, नीदरलैंड और वेस्टइंडीज ने जगह बनाई है तो ग्रुप बी से श्रीलंका, स्कॉटलैंड और ओमान ने सुपर सिक्स में एंट्री मार ली है। जबकि चार टीमें नेपाल, यूएस, आयरलैंड और यूएई का सफर अब खत्म हो गया है। यानी इन टीमों का वर्ल्ड कप 2023 में खेलने का सपना अब टूट चुका है।
आपको बता दें कि अक्टूबर-नवंबर में होने वाले वर्ल्ड कप के मेन राउंड के लिए भारत, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश और साउथ अफ्रीका क्वालीफाई कर चुकी हैं। भारत ने साल 1983 में कपिल देव की कप्तानी में और साल 2011 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में वनडे वर्ल्ड कप का खिताब जीता था। भारत ने 2015 और 2019 दोनों बार सेमीफाइनल में जगह बनाई थी लेकिन क्रमश: ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड से हारने के बाद टीम का खिताब की हैट्रिक पूरी करने का सपना अधूरा रह गया था। लेकिन इस बार वनडे वर्ल्ड कप भारत की धरती पर होने की वजह से टीम इंडिया ट्रॉफी जीतने की प्रबल दावेदार मानी जा सकती है। आखिरी बार 2011 में भी टीम इंडिया ने वर्ल्ड कप तब जीता था जब भारत संयुक्त रूप से मेजबान था और इस बार अकेला मेजबान है।