भारत और वेस्टइंडीज के बीच त्रिनिदाद के पोर्ट ऑफ स्पेन में दो मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा मुकाबला खेला जा रहा है। मुकाबला चौथे दिन तक पहुंच गया है और अभी दो पारी भी नहीं खत्म हो पाई हैं। भारतीय टीम की पारी दूसरी दिन टी से पहले ही 438 पर खत्म हो गई थी। लेकिन वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों की धीमी बल्लेबाजी और तीसरे दिन बारिश की आंख-मिचौली ने अभी तक इस मुकाबले को काफी धीमा बनाकर रखा है। भारत और वेस्टइंडीज के बीच सीरीज का पहला टेस्ट डोमिनिका में हुआ था जो तीन दिन में ही खत्म हो गया था और भारतीय टीम ने पारी और 141 रनों से जीत दर्ज की थी। दूसरा टेस्ट ड्रॉ की ओर जाता दिख रहा है, इसे लेकर टीम इंडिया के कोच ने सवाल उठाए हैं।
टीम इंडिया के बॉलिंग कोच पारस म्हाम्ब्रे ने दूसरे टेस्ट मैच के लिए उपयोग की जा रही पिच को बल्लेबाजी के लिए बेहद धीमी करार दिया। इसके अलावा उन्होंने शॉट खेलने का प्रयास तक नहीं करने के लिए वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों की आलोचना की है। वेस्टइंडीज की टीम दो मैचों की सीरीज में अभी 0-1 से पीछे है। उसने दूसरे टेस्ट में भारत के 438 रन के जवाब में तीसरे दिन रन बनाने के लिए कोई विशेष प्रयास नहीं किए। कैरेबियाई टीम ने तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक पांच विकेट पर 229 रन बनाए थे और वह भारत से 209 रन पीछे है। तीसरे दिन सिर्फ 67 ओवर का खेल हुआ और इस दौरान मेजबान टीम ने सिर्फ 143 रन ही बनाए।
वेस्टइंडीज की बल्लेबाजी और पिच पर कोच ने उठाए सवाल
म्हाम्ब्रे ने तीसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि, पिच बेहद धीमी और बल्लेबाजी के लिए बहुत आसान है। दिन का खेल समाप्त होने तक यह थोड़ा टर्न लेने लग गई थी। वेस्टइंडीज ने बल्लेबाजी में बेहद रक्षात्मक रवैया अपनाया। जब बल्लेबाज शॉट खेलने का प्रयास करता है तो विकेट लेने का भी मौका होता है लेकिन उन्होंने ऐसी कोशिश ही नहीं की। हमारे गेंदबाजों ने प्रभावशाली प्रदर्शन किया। उन्हें जो भी मौके मिले उन्होंने उसका फायदा उठाया। पिच जीवंत होनी चाहिए। बल्लेबाजों और गेंदबाजों के लिए संतुलन होना चाहिए। डोमिनिका की पिच में टर्न था लेकिन हमने परिस्थितियों का बेहतर इस्तेमाल किया। इस पिच पर हालांकि 20 विकेट लेना मुश्किल होगा।
मुकेश कुमार की गेंदबाजी से कोच खुश
इसके अलावा भारतीय गेंदबाजी कोच ने अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे तेज गेंदबाज मुकेश कुमार के प्रदर्शन पर संतोष जताया। बिहार के लाल मुकेश कुमार ने वेस्टइंडीज के डेब्यूटेंट खिलाड़ी कर्क मैकेंजी को आउट करते हुए अपना पहला इंटरनेशनल और टेस्ट विकेट लिया। उनको लेकर पारस म्हाब्रे ने कहा कि, पहले सत्र में पहली गेंद करने के बाद उसने जो प्रगति दिखाई उससे मैं काफी खुश हूं। दूसरे सत्र में उसने गेंद को कुछ मूव भी करवाया। यह वास्तव में अच्छा प्रयास था।